7 मई को पटना में ब्लैकआउट मॉक ड्रिल: लाइट बंद करें, अफवाहों से बचें
शहर के 80 स्थानों पर बजेगा सायरन, प्रशासन ने जारी की जरूरी हिदायतें
पटना।
देशभर के 244 जिलों में 7 मई को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय मॉक ड्रिल के तहत राजधानी पटना में भी व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देश पर यह सुरक्षा अभ्यास सिविल डिफेंस, आपदा प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन की देखरेख में किया जाएगा। पटना जिला प्रशासन ने शहरवासियों से सहयोग की अपील करते हुए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी अवकाश कुमार ने संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि 7 मई को शाम 6:58 बजे से लेकर 7:10 बजे तक पटना में ब्लैकआउट मॉक ड्रिल की जाएगी। इस दौरान शहर के 80 स्थानों पर सायरन बजाए जाएंगे और 10 मिनट के लिए बिजली आपूर्ति रोकी जाएगी। यह अभ्यास आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारी के लिए किया जा रहा है।
प्रशासन ने कहा है कि सायरन बजने के दो मिनट बाद यानी शाम 7 बजे से सभी घरों और प्रतिष्ठानों को अपनी लाइटें बंद करनी होंगी। केवल आपात स्थिति में ही रोशनी का प्रयोग करें, वह भी खिड़कियों को मोटे कपड़े से ढककर। आम नागरिकों, दुकानदारों और वाहन चालकों को निर्देश दिया गया है कि गाड़ियों की हेडलाइट्स भी बंद रखें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
यह अभ्यास केवल एक रिहर्सल है, घबराएं नहीं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मॉक ड्रिल का मकसद लोगों को सतर्क और जागरूक बनाना है, न कि दहशत फैलाना। कोई युद्ध या खतरे की स्थिति नहीं है।
अभ्यास में ये विभाग रहेंगे शामिल:
इस राष्ट्रीय सुरक्षा मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस, होमगार्ड, आपदा प्रबंधन, दमकल विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें सम्मिलित रहेंगी। लगभग 1000 कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, ड्रिल के बाद रेस्क्यू और फर्स्ट एड का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
एसएसपी ने कहा कि पहलगाम जैसे आतंकी घटनाओं के बाद सुरक्षा को लेकर सजगता जरूरी हो गई है। ऐसे में मॉक ड्रिल आम लोगों की भूमिका और सतर्कता की परीक्षा है। लोगों को सलाह दी गई है कि बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों की विशेष देखभाल करें, और सोशल मीडिया पर किसी भी अफवाह या गलत सूचना से दूर रहें।
जरूरी निर्देश संक्षेप में:
- 6:58 बजे सायरन बजेगा, 7 बजे से ब्लैकआउट शुरू होगा।
- बिजली आपूर्ति 10 मिनट के लिए रोकी जाएगी।
- घर की लाइटें बंद करें, खिड़की पर कपड़ा डालें।
- वाहन चालकों से हेडलाइट बंद करने की अपील।
- किसी आपात स्थिति में ही लाइट जलाएं।
- यह अभ्यास मात्र एक रिहर्सल है, घबराने की जरूरत नहीं।
(संवाददाता)