बिहार में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है, जिससे लोग दहशत में हैं। राज्य की राजधानी पटना डेंगू का मुख्य केंद्र बनती जा रही है, जहां पिछले 24 घंटों में 29 नए मामलों की पुष्टि हुई है। अब तक पूरे बिहार में 675 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं, जिनमें से 282 मामले सिर्फ पटना से सामने आए हैं।
पटना के सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। एनएमसीएच में 12 और पीएमसीएच में 1 मरीज भर्ती है, जबकि 12 अन्य मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। पटना में डेंगू के कारण अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें गुरुवार को एक 16 वर्षीय किशोर भी शामिल है।
बारिश के बाद जलजमाव और गंदगी के कारण मच्छरों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, जिससे डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए घर-घर जाकर जांच और स्वच्छता अभियान शुरू किया है। इसके बावजूद स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिख रही है।
बढ़ते डेंगू के मामलों को देखते हुए पटना सदर अस्पताल में 10 बिस्तर और अनुमंडल अस्पतालों में पांच-पांच बिस्तर डेंगू के मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन डेंगू की रोकथाम में अभी भी काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य में डेंगू के मामले जिस तेजी से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने और स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। पानी जमा होने से रोकने और मच्छरों से बचाव के उपायों पर जोर दिया जा रहा है ताकि डेंगू के प्रसार को रोका जा सके।