CAA, NRC विरोध पर नीतीश ने मुझे जदयू से निकाला: प्रशांत किशोर
पूर्णिया
जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पूर्णिया में एक प्रेस वार्ता के दौरान बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का विरोध करने पर उन्हें जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से बाहर कर दिया गया। प्रशांत किशोर इन दिनों सीमांचल के दौरे पर हैं और उन्होंने जन सुराज के विजन को जनता के सामने रखा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जदयू ने मुसलमानों के हक की बात तो की, लेकिन संसद में वक्फ कानून का समर्थन भी किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जदयू केवल मुस्लिम समाज को एमएलसी या बोर्ड के सदस्य बनाकर उनका वोट हासिल करती है, लेकिन जब असल मुद्दों पर साथ खड़े होने की बारी आती है, तो वह पीछे हट जाती है।
प्रेस वार्ता के दौरान प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और जदयू पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब पूरे देश में CAA और NRC के खिलाफ आंदोलन चल रहे थे, तब उन्होंने भी इन कानूनों का विरोध किया था। लेकिन नीतीश कुमार ने सत्ता में बने रहने के लिए उनका साथ छोड़ दिया और जदयू से निकाल दिया।
प्रशांत किशोर ने जदयू के मुस्लिम नेताओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि जब जदयू संसद में वक्फ कानून जैसे मुस्लिम समाज के विरोधी कानूनों का समर्थन करती है, तब वे किस आधार पर पार्टी का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने जदयू पर बीजेपी के साथ गठबंधन कर अपनी कुर्सी बचाने का आरोप लगाया और कहा कि यह वही बीजेपी है जिसने संसद में CAA और NRC जैसे कानून पारित कराए, जिनका पूरे देश में भारी विरोध हुआ था।
प्रशांत किशोर के इन बयानों ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। उनके आरोपों के बाद जदयू और नीतीश कुमार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि इससे बिहार की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है।