पटना
सेंट जेवियर्स कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (एसएक्ससीएमटी) के प्लेसमेंट सेल और आरएसपी साइंस हब, कोयंबटूर के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय पायथन बूटकैंप का आयोजन 26 और 27 सितंबर को कॉलेज परिसर में किया गया। इस बूटकैंप का उद्देश्य छात्रों और पेशेवरों को प्रोग्रामिंग की बढ़ती जरूरतों से परिचित कराना और उन्हें व्यावहारिक ज्ञान से सशक्त बनाना था।
बूटकैंप का नेतृत्व पंडित दीनदयाल ऊर्जा विश्वविद्यालय, गांधीनगर के कंप्यूटर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अमित्वा चौधरी ने किया। डॉ. चौधरी ने अपने तकनीकी अनुभव और शिक्षण कुशलता से पायथन प्रोग्रामिंग की जटिलताओं को सरलता से प्रस्तुत किया। उन्होंने डेटा संरचनाएं, फंक्शंस और ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग की व्यापक जानकारी दी और इसके साथ ही कोडिंग के व्यावहारिक पहलुओं पर भी जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान, छात्रों और कोडिंग उत्साही प्रतिभागियों ने मशीन लर्निंग, स्वचालन और डेटा विश्लेषण जैसे उभरते क्षेत्रों के बारे में जानकारी प्राप्त की। बूटकैंप के व्यावहारिक सत्रों में प्रतिभागियों को लाइव कोडिंग और समस्या समाधान के माध्यम से अपनी प्रोग्रामिंग कौशल को निखारने का अवसर मिला।
कार्यक्रम की एक मुख्य विशेषता इंटरएक्टिव सत्र और अंत में आयोजित प्रश्नोत्तर सत्र रहा, जहाँ छात्रों ने खुलकर अपनी शंकाओं का समाधान किया। बूटकैंप का उद्देश्य न केवल छात्रों की प्रोग्रामिंग समझ को सुदृढ़ करना था, बल्कि उन्हें भविष्य की डिजिटल चुनौतियों के लिए तैयार करना भी था।
एसएक्ससीएमटी के प्रिंसिपल ने कार्यक्रम की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि, “यह बूटकैंप हमारे छात्रों को तकनीकी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।” उन्होंने ऐसे आयोजनों की भविष्य में और अधिक योजना बनाने की बात कही, ताकि छात्रों को उभरती प्रौद्योगिकियों से परिचित कराया जा सके।
मुख्य बिंदु:
पायथन प्रोग्रामिंग की मूल और मध्यवर्ती अवधारणाओं पर आधारित सत्र
छात्रों और पेशेवरों के लिए व्यावहारिक कोडिंग अनुभव
डॉ. अमित्वा चौधरी द्वारा बूटकैंप का संचालन
एसएक्ससीएमटी और आरएसपी साइंस हब, कोयंबटूर के संयुक्त प्रयास
इस बूटकैंप ने एसएक्ससीएमटी के छात्रों को भविष्य की तकनीकी दुनिया के लिए बेहतर रूप से तैयार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।