बाढ़ पीड़ितों को राहत देने में सरकार और जिला प्रशासन नाकाम, प्रशांत किशोर पर साधा निशाना
सहरसा
बिहार में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ की विभीषिका के बीच पूर्व सांसद पप्पू यादव ने सहरसा को बाढ़ग्रस्त जिला घोषित करने की मांग की है। सहरसा पहुंचने पर उन्होंने स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की और सरकार तथा जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। पप्पू यादव ने कहा कि सहरसा, दरभंगा और सुपौल समेत कई इलाकों में बाढ़ का कहर जारी है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। उन्होंने कहा, “लोगों के घर तटबंधों के भीतर पानी में डूब चुके हैं, फसलें बर्बाद हो गई हैं और लोग भूखे मरने को मजबूर हैं। सरकार ने अब तक पीड़ितों तक सूखा राशन भी नहीं पहुंचाया है।”
उन्होंने मांग की कि बाढ़ पीड़ितों को प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत दो-दो लाख रुपये की सहायता दी जाए ताकि वे अपने घरों का पुनर्निर्माण कर सकें। साथ ही, फसल नुकसान का मुआवजा तुरंत जारी करने की भी अपील की। पप्पू यादव ने कहा, “सरकार की नाकामी से अब तक कोई राहत नहीं पहुंची है। मैं सरकार से सहरसा को बाढ़ग्रस्त जिला घोषित करने की मांग करता हूं।”
प्रशांत किशोर पर तीखा प्रहार
सिर्फ प्रशासन पर ही नहीं, पप्पू यादव ने जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर पर भी हमला बोला। उन्होंने प्रशांत किशोर की आलोचना करते हुए कहा कि उनके मंच पर ऐसे लोग दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें किसी अन्य पार्टी ने तवज्जो नहीं दी। पप्पू यादव ने तंज कसते हुए कहा, “प्रशांत किशोर का नीयत और मंशा दोनों ही साफ नहीं हैं। उनकी बातें और कामों में बड़ा अंतर है। वो सिर्फ लोगों को गुमराह करने में लगे हुए हैं।”
प्रशांत किशोर को नीतीश सरकार में मंत्री बनाए जाने पर भी पप्पू यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि वह बिहार के लिए मंत्री बने थे, लेकिन काम आंध्र प्रदेश में कर रहे थे।