गोपालगंज
बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। छपरा और सीवान के बाद अब गोपालगंज जिले में भी जहरीली शराब का प्रकोप फैलता दिख रहा है। जिले के बैकुंठपुर प्रखंड स्थित उसरी गांव के रहने वाले एक पिता-पुत्र को संदिग्ध हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, लालदेव मांझी और उनके बेटे प्रदीप कुमार बुधवार को भैंस खरीदने के लिए बंदोली गांव गए थे। वापस लौटने के कुछ समय बाद ही दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें आंखों की रोशनी कम होने और उल्टी की शिकायत होने पर तत्काल सदर अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने जहरीली शराब के सेवन की आशंका जताई है, हालांकि इसकी पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगी।
इस घटना के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। पुलिस और उत्पाद विभाग की संयुक्त टीम ने गोपालगंज शहर के खजुरबानी और अन्य इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी है। अवैध शराब के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है, और पुलिस अवैध शराब तस्करों पर शिकंजा कसने के प्रयास में जुटी है।
उल्लेखनीय है कि बिहार के छपरा और सीवान में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। प्रशासन ने सीवान और छपरा में हुई मौतों की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। अब गोपालगंज में भी इस कांड की धमक के बाद प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं।
जिला प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे अवैध और जहरीली शराब से दूर रहें और यदि कहीं अवैध शराब की बिक्री या निर्माण की सूचना हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। प्रशासन ने यह भी कहा है कि इस तरह के मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।