43वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार के पर्यटन स्थलों ने अपनी अद्भुत छटा बिखेरी। प्रगति मैदान के हॉल नंबर 2 में बने बिहार मंडप को इस बार पार्टनर स्टेट का दर्जा दिया गया, जहां ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों की झलक ने दर्शकों का मन मोह लिया।
पर्यटन विभाग का खास प्रस्तुतिकरण
बिहार पर्यटन विभाग द्वारा मेले में आने वाले आगंतुकों को बुद्ध सर्किट, रामायण सर्किट, जैन सर्किट और सूफी सर्किट जैसे पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई। इस दौरान वीडियो फिल्मों और पर्यटन साहित्य के माध्यम से इन स्थलों की विशेषताओं का परिचय कराया गया।
पद्मश्री कलाकारों की कला प्रदर्शनी
मंडप में पद्मश्री कलाकारों ने मधुबनी पेंटिंग, सिक्की कला और टेराकोटा शिल्प का प्रदर्शन किया। बिहार की पारंपरिक हस्तकलाओं में भागलपुर का सिल्क, नालंदा का बाबन बूटी और पटना की टिकुली कला ने दर्शकों को आकर्षित किया।
सांस्कृतिक विरासत का नजारा
बिहार मंडप को सभ्यता द्वार, बोधि वृक्ष और ग्लास ब्रिज की संरचनाओं से सजाया गया था। इसके अलावा, आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय का मॉडल और मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा आर्ट तथा टिकुली कला ने बिहार की सांस्कृतिक विरासत को जीवंत कर दिया।