भागलपुर

पूर्वी रेलवे का मालदा डिवीजन यात्रियों की सुरक्षा और परिचालन में सुधार के उद्देश्य से भागलपुर, गोड्डा, हंसडीहा और बाराहाट रेलवे स्टेशनों पर हॉट एक्सल बॉक्स डिटेक्टर (एचएबीडी) स्थापित करने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है। इस कदम से संभावित दुर्घटनाओं को रोकने और ट्रेनों के संचालन को सुचारू बनाने में मदद मिलेगी।

ट्रेनों में हॉट एक्सल की समस्या का समाधान
पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि एचएबीडी तकनीक चलती ट्रेनों में एक्सल की ओवरहीटिंग का पता लगाने के लिए डिज़ाइन की गई है। ट्रेनों के पहियों की लगातार गति के कारण कभी-कभी बॉल बेयरिंग टूट जाती है, जिससे एक्सल गर्म हो जाते हैं। यदि इस समस्या का समय पर पता नहीं लगाया गया, तो यह गंभीर तकनीकी विफलता और दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है।

भागलपुर में पहले से उपलब्ध है डिटेक्टर
भागलपुर स्टेशन पर पहले से ही एक हॉट एक्सल बॉक्स डिटेक्टर चालू है। इसके अलावा, गोड्डा और बाराहाट स्टेशनों पर एक-एक नए डिटेक्टर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं, हंसडीहा स्टेशन पर भी ऐसी ही एक प्रणाली स्थापित की जाएगी।

दिसंबर 2024 तक परियोजना होगी पूरी
इन डिटेक्टरों की स्थापना का काम दिसंबर 2024 तक पूरा होने की संभावना है। इसके बाद रेलवे के लिए हॉट एक्सल की निगरानी अधिक प्रभावी हो जाएगी। इससे दुर्घटनाओं की आशंका कम होगी और समय पर रखरखाव संभव हो सकेगा।

यात्रियों की सुरक्षा और संचालन में सुधार
मालदा डिवीजन रेलवे तकनीक के माध्यम से अपने परिचालन में सुधार करते हुए यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दे रहा है। अधिकारियों का मानना है कि इस नई प्रणाली से न केवल परिचालन में दक्षता बढ़ेगी, बल्कि यात्री सेवाओं में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।

 

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