रांची

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में नई सरकार के गठन के बाद अपनी पहली कैबिनेट बैठक में मंत्रियों को जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने मंत्रियों से कहा कि वे गांवों, प्रखंडों और जिलों का दौरा करें, जनता से मिलें और राज्य में योजनाओं की वास्तविक स्थिति का जायजा लें, ताकि “प्रभावी सरकार” चलाई जा सके।

दो महीने में जिलों का दौरा कर दें रिपोर्ट
कैबिनेट विस्तार के बाद हुई बैठक में सीएम सोरेन ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने विभागों के कार्यक्षेत्र और जिलों का दौरा करें और दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपें। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वे प्रस्तावों को कैबिनेट में लाने से पहले संबंधित विभागों से संपर्क कर यह सुनिश्चित करें कि वे समय पर प्रस्तुत हों।

योजनाओं की समीक्षा और लंबित मामलों पर जोर
सीएम ने मंत्रियों को सलाह दी कि वे अपने विभागीय कार्यालयों और क्षेत्रीय कार्यालयों का दौरा करें, विभागीय योजनाओं की समीक्षा करें और लाभार्थियों से मिलकर योजनाओं की वास्तविक स्थिति और समस्याओं की जानकारी लें। उन्होंने लंबित योजनाओं के कारणों की जांच कर उन्हें जल्द पूरा करने के लिए कदम उठाने को कहा।

राजस्व बढ़ाने की तैयारी
राजस्व उन्नति के लिए सोरेन ने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे राजस्व बढ़ाने की संभावनाओं वाले विभागों का मूल्यांकन करें और राजस्व प्राप्तियों को बढ़ाने के लिए ठोस प्रस्ताव तैयार करें।

जनता से सीधा संवाद और प्रेस को जानकारी
सीएम ने मंत्रियों को अपने विधानसभा क्षेत्र से बाहर के जिलों का दौरा करने और जनता से सीधे संवाद स्थापित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात के लिए तारीख तय करें और जनता की समस्याओं का समाधान करें। साथ ही, मंत्रियों से कहा गया कि वे अपने विभागों की उपलब्धियों को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नियमित रूप से साझा करें।

सरकार और जनता के बीच पुल बनने की अपील
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से अपील की कि वे जनता से सीधा संपर्क स्थापित कर राज्य सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें। यह पहल न केवल सरकार को मजबूत बनाएगी बल्कि जनता का विश्वास भी बढ़ाएगी।

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