सिडनी
पर्थ में पहले टेस्ट में करारी 295 रनों की हार झेलने के बाद आलोचना का सामना कर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एडिलेड ओवल में खेले गए दूसरे टेस्ट में शानदार वापसी करते हुए 10 विकेट से जीत दर्ज कर पांच मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली।
टीम की इस जीत में कप्तान पैट कमिंस की नियंत्रित आक्रामकता ने अहम भूमिका निभाई। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने कमिंस की तारीफ करते हुए कहा कि टीम ने आलोचनाओं से प्रेरणा ली और अपने प्रदर्शन को नई ऊंचाई पर पहुंचाया।
पहले टेस्ट की हार से मिली प्रेरणा
गिलक्रिस्ट ने कहा, “आप कमिंस के हर विकेट लेने के बाद उनके जश्न से देख सकते थे कि यह जीत उनके लिए कितनी खास थी। पहले टेस्ट की हार के बाद हुई आलोचना से वे अंदर से आहत थे और इस प्रदर्शन से उन्होंने खुद को साबित किया।”
गति तिकड़ी का जलवा
दूसरे टेस्ट, जो कि डे-नाइट मैच था, में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी तिकड़ी—पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड—ने भारतीय टीम के सभी 20 विकेट चटकाए। इस मैच में स्पिनर नाथन लायन ने केवल एक ही ओवर फेंका, जबकि ऑलराउंडर मिच मार्श ने चार ओवर डाले।
गिलक्रिस्ट ने इसे “एकजुटता का प्रदर्शन” बताते हुए कहा, “स्टार्क, बोलैंड और कमिंस ने मिलकर ऐसा प्रदर्शन किया, जैसे एक शिकारी दल हो। उन्होंने न केवल विकेट लिए बल्कि भारतीय बल्लेबाजी को बैकफुट पर धकेल दिया।”
कमिंस का नेतृत्व शानदार
गिलक्रिस्ट ने कमिंस के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा, “पर्थ टेस्ट के बाद ऐसा लगा जैसे उन्होंने अपनी ऊर्जा को एक नई दिशा दी हो। दूसरे टेस्ट के अंत तक कमिंस का प्रदर्शन गाड़ी के ट्यून-अप के बाद उसकी पर्फॉर्मेंस जैसा था। यह देखना बेहद शानदार रहा।”
ऑस्ट्रेलिया की इस जीत ने न केवल आलोचकों को करारा जवाब दिया, बल्कि टीम को आगामी मैचों के लिए आत्मविश्वास भी दिया। अब सभी की नजरें तीसरे टेस्ट पर हैं, जहां दोनों टीमें बढ़त हासिल करने की कोशिश करेंगी।