रेल सेवाएं बाधित
केंद्र सरकार के खिलाफ उठाई मांग, न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज
चंडीगढ़
पंजाब में बुधवार को किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करते हुए ‘रेल रोको’ प्रदर्शन का आयोजन किया। राज्य के 100 से अधिक स्थानों पर किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए, जिससे क्षेत्र में रेल सेवाएं बाधित हो गईं।
यह आंदोलन उस समय शुरू हुआ जब शंभु बॉर्डर पर आत्महत्या का प्रयास करने वाले किसान की बुधवार सुबह पटियाला के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। किसान इस घटना से आक्रोशित हैं और अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।
किसानों की मुख्य मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी रूप से बाध्यकारी बनाने की मांग प्रमुख है। इसके साथ ही अन्य मुद्दों पर भी केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की जा रही है।
‘रेल रोको’ आंदोलन का आह्वान संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने किया है। किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि आंदोलन दोपहर 12 बजे शुरू हुआ और यह दोपहर 3 बजे तक जारी रहेगा।
प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शन
किसान राज्य के प्रमुख रेलवे स्टेशनों और रेलवे ट्रैकों पर शांतिपूर्ण ढंग से धरने पर बैठे हुए हैं। इससे कई ट्रेनों के संचालन पर प्रभाव पड़ा है। यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर केंद्र सरकार ठोस कदम नहीं उठाएगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार से अपील
किसान संगठनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून को जल्द लागू किया जाए, ताकि किसानों की समस्याओं का समाधान हो सके।