हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम
मालदा। पूर्व रेलवे के मालदा मंडल में हिंदी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार पद्मभूषण धर्मवीर भारती की जयंती श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। मंडल रेल प्रबंधक श्री मनीष कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा और साहित्य को बढ़ावा देना और साहित्यकार धर्मवीर भारती के योगदान को स्मरण करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ मंडल रेल प्रबंधक श्री मनीष कुमार गुप्ता, अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री शिव कुमार प्रसाद, एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा धर्मवीर भारती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। सभा कक्ष में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में साहित्यिक चर्चा और प्रस्तुतियों का आयोजन हुआ।
साहित्य और विचारों पर केंद्रित प्रस्तुतियां
राजभाषा विभाग के प्रभारी श्री बालमुकुंद श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए आयोजन की भूमिका पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ अनुवादक श्री विद्यासागर राम ने धर्मवीर भारती के प्रसिद्ध नाटक अंधा युग पर गहन प्रस्तुति दी, जबकि कनिष्ठ अनुवादक श्री इंद्र ज्योति राय ने भारती के जीवन और साहित्यिक यात्रा पर आधारित पावर प्वाइंट प्रस्तुति प्रस्तुत की।
इस अवसर पर श्री प्रणव कुमार सिन्हा, यार्ड मास्टर भागलपुर, एवं श्री नंदन सिंह, पीजीटी शिक्षक, विशेष वक्ता के रूप में आमंत्रित थे। उन्होंने धर्मवीर भारती के विचारों और कृतियों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के महत्व पर बल दिया।
मंडल रेल प्रबंधक का संबोधन
मंडल रेल प्रबंधक श्री मनीष कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे आयोजनों से हिंदी भाषा और साहित्य के महत्व को समझने और राजभाषा के प्रचार-प्रसार के प्रयासों को मजबूत करने का अवसर मिलता है। उन्होंने कर्मचारियों से हिंदी के विकास में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
भविष्य में भी जारी रहेंगे प्रयास
यह आयोजन न केवल धर्मवीर भारती के साहित्य और विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास था, बल्कि हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में मालदा मंडल की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक था। राजभाषा विभाग ने घोषणा की कि भविष्य में भी इसी तरह के साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया और हिंदी भाषा के प्रति अपने योगदान के संकल्प को दोहराया।