छात्रों के प्रदर्शन के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप, बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग ने पकड़ा जोर
पटना। बिहार में बीपीएससी परीक्षा विवाद ने नया राजनीतिक रंग ले लिया है। आरजेडी नेता और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी पार्टी को नीतीश सरकार की ‘बी टीम’ करार दिया।
रविवार को जारी अपने वीडियो संदेश में तेजस्वी ने कहा कि छात्रों द्वारा शुरू किया गया यह आंदोलन सरकार को झुकाने की कगार पर था, लेकिन “कुछ तत्वों ने इसे गुमराह कर सरकार के पक्ष में मोड़ने की कोशिश की।” उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग प्रदर्शनकारियों को गांधी मैदान की ओर ले जाने के लिए उकसा रहे थे, जबकि प्रशासन पहले ही चेतावनी दे चुका था।
पुलिस कार्रवाई और राजनीतिक बवाल
गौरतलब है कि रविवार शाम को बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च कर रहे थे, जिसके चलते प्रशासन को बल प्रयोग करना पड़ा। जिला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह के अनुसार, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया।
इससे पहले, जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया था। हालांकि, पुलिस कार्रवाई के वक्त वे मौके पर मौजूद नहीं थे। बावजूद इसके, किशोर और पार्टी अध्यक्ष मनोज भारती समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
तेजस्वी ने दिया छात्रों को समर्थन
तेजस्वी यादव ने छात्रों से अपील की कि वे अपनी मांगों पर अडिग रहें। उन्होंने कहा, “बीपीएससी सरकार के दायरे से बाहर नहीं है। इसका अध्यक्ष मुख्यमंत्री के द्वारा नियुक्त होता है, और गृह मंत्रालय भी उन्हीं के पास है। छात्रों की यह लड़ाई सरकार को घुटनों पर ला सकती है।”
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आरजेडी इस आंदोलन को हरसंभव समर्थन देती रहेगी। “सरकार को झुकाने के लिए पर्याप्त समय है। छात्रों को झूठे वादों में नहीं फंसना चाहिए,” उन्होंने कहा।
बीपीएससी ने दी पुनः परीक्षा की घोषणा
बीपीएससी ने इस विवाद के बीच घोषणा की है कि पटना के बापू परीक्षा परिसर में परीक्षा देने वाले 10,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए पुनः परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस केंद्र पर कई छात्रों ने प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाते हुए परीक्षा का बहिष्कार किया था।
हालांकि, बीपीएससी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे “साजिश” बताया है और कहा है कि परीक्षा रद्द कराने के लिए यह सारा हंगामा रचा गया है।