ममता और कर्तव्य की मिसाल: गोद में बच्चे, आंखों में हौसला—RPF की ‘मां’ की कहानी
नई दिल्ली, 17 फरवरी: ममता की मूरत और कर्तव्य की सजीव तस्वीर—यह नजारा जिसने भी देखा, उसकी आंखें भर आईं। रेलवे स्टेशन पर एक महिला RPF जवान अपनी ड्यूटी निभा रही थी, लेकिन खास बात यह थी कि उसकी गोद में उसके नन्हे बच्चे भी थे। एक हाथ से बच्चों को संभालते हुए, दूसरे हाथ से वह यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही थी।
यह दृश्य सिर्फ एक तस्वीर नहीं, बल्कि उस मां की कहानी है, जो अपने कर्तव्य और मातृत्व दोनों को समान रूप से निभा रही है। न थकान, न शिकायत—बस आंखों में जिम्मेदारी का उजाला और दिल में बच्चों के लिए असीम प्रेम।
यात्रियों ने जब यह दृश्य देखा, तो हर कोई भावुक हो उठा। सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल होते ही लोग कहने लगे—“यह सिर्फ एक मां नहीं, बल्कि एक योद्धा है, जो ड्यूटी के साथ ममता का भी फर्ज निभा रही है।”
यह मां सिर्फ अपने बच्चों की ही नहीं, बल्कि हजारों यात्रियों की भी सुरक्षा कर रही है। उसकी गोद में बच्चे थे, लेकिन दिल में फौलादी हौसला—यह मां सच में कर्तव्य और ममता की मिसाल है!
रिपोर्ट: निहाल देव दत्ता