ओबीसी वर्ग को साधने की तैयारी में कांग्रेस,

अनिल कुमार यादव को बनाया नया अध्यक्ष
एआईसीसी सत्र के बाद कांग्रेस का बड़ा संगठनात्मक फैसला, राहुल गांधी ने फिर दोहराई जातीय जनगणना की मांग

अहमदाबाद। गुजरात के साबरमती रिवरफ्रंट पर संपन्न दो दिवसीय अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) सत्र के ठीक बाद कांग्रेस पार्टी ने बड़ा संगठनात्मक निर्णय लेते हुए अनिल कुमार यादव को पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विभाग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस फैसले को आगामी चुनावों के मद्देनज़र ओबीसी वर्ग में पकड़ मजबूत करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सत्र के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भावुक अपील की कि वे एकजुट रहें और पार्टी की विचारधारा को मजबूती से आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा, “हम गरीबों, अल्पसंख्यकों, दलितों, पिछड़ों और वंचितों के साथ खड़े हैं। यदि सभी वर्ग कांग्रेस का समर्थन करें, तो गुजरात में अगली सरकार हमारी होगी।”

खरगे ने राहुल गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा देश को नुकसान पहुंचा रही है। “हमारे पास भले ही आर्थिक संसाधन कम हों, लेकिन हमारी वैचारिक शक्ति और कार्यकर्ताओं की निष्ठा अटूट है।”

सत्र को संबोधित करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ दल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आरएसएस संविधान विरोधी सोच रखता है और देश के लोकतांत्रिक संस्थानों पर कब्ज़ा करना चाहता है। उन्होंने वक्फ (संशोधन) विधेयक को धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बताया।

राहुल गांधी ने विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की एकजुटता पर भी ज़ोर दिया और कहा कि यह समय सभी विपक्षी ताकतों को मिलकर लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने का है।

अपने संबोधन में राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार से देशव्यापी जातीय जनगणना कराने की मांग दोहराई। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस जानबूझकर इस जनगणना से बच रहे हैं ताकि यह उजागर न हो सके कि देश के संसाधनों का असली लाभ किसे मिल रहा है।

उन्होंने कहा, “तेलंगाना में कांग्रेस सरकार ने ऐतिहासिक जातीय जनगणना कर दिखाई। हमने संसद में पीएम मोदी से पूरे देश में यह कराने की मांग की, लेकिन उन्होंने और आरएसएस ने इसे टाल दिया।”

कांग्रेस नेता ने वादा किया कि यदि पार्टी सत्ता में आती है तो वह संसद में जातीय जनगणना विधेयक पारित करेगी, ताकि सामाजिक न्याय आधारित नीतियां बनाई जा सकें और हाशिये के वर्गों को वास्तविक प्रतिनिधित्व मिल सके।

– टीडब्लूएम न्यूज़ डेस्क

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