जालना में ईद मिलन बना सामाजिक सौहार्द का प्रतीक
गंगा-जमुनी तहज़ीब की झलक दिखी आयोजन में, सभी धर्मों के लोगों ने लिया भाग
जालना (महाराष्ट्र)।
ईद के अवसर पर जालना में आयोजित ईद मिलन कार्यक्रम सामाजिक समरसता और भारतीय संस्कृति की मिसाल बन गया। इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन की जालना इकाई द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पत्रकारों, पुलिस अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने एक साथ शिरकत कर आपसी भाईचारे का संदेश दिया।
इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित पूर्व विधायक कैलास गोरंट्याल ने कहा कि जालना की धरती गंगा-जमुनी तहज़ीब की जीवंत मिसाल है। उन्होंने कहा, “यहां के ईद मिलन कार्यक्रमों में सभी धर्मों के लोग पूरे उत्साह से शामिल होते हैं, जो हमारे देश की साझा संस्कृति को दर्शाता है। यह दृश्य अन्य शहरों में कम ही देखने को मिलता है।” गोरंट्याल ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में सौहार्द की भावना और भी मजबूत होती है।
इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन मराठवाड़ा के उपाध्यक्ष जावेद खान, महाराष्ट्र प्रेस काउंसिल के जालना जिला अध्यक्ष दीपक शेलके और एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल पर्व मनाना नहीं बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों—जैसे पत्रकार, पुलिस, डॉक्टर, वकील, उद्यमी और आम नागरिकों के बीच संवाद और सहयोग की भावना को सुदृढ़ करना भी था। जिला अध्यक्ष आमेर खान ने जानकारी दी कि आने वाले समय में और भी बड़े स्तर पर ऐसा कार्यक्रम पूरे जिले में आयोजित करने की योजना है।
शिवसेना जिला प्रमुख भाऊसाहेब घुगे, कदीम जालना, चंदनजीरा और सदर बाजार पुलिस स्टेशनों के पुलिस अधिकारीगण, तथा परिवहन विभाग के अधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। साथ ही बड़ी संख्या में पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और नागरिकों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाया।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार लियाकत अली खान ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुनील भारती ने किया। सभी उपस्थित अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए इसे एक प्रेरणादायक पहल बताया जो समाज में सौहार्द और एकता की नींव को और मजबूत करता है।