पाक उच्चायोग में केक लेकर पहुंचा युवक, पहलगाम आतंकी हमले के बाद वीडियो वायरल, देशभर में आक्रोश
रिपोर्ट: TWM न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर एक युवक के द्वारा केक ले जाकर पहुंचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। यह घटना ऐसे वक्त पर सामने आई है जब दो दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। इस वीडियो ने आम जनता के बीच गहरी नाराजगी और संदेह को जन्म दिया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि युवक के हाथ में केक है और पत्रकार लगातार उससे सवाल कर रहे हैं कि वह इसे पाकिस्तान उच्चायोग में क्यों ले जा रहा है। लेकिन युवक कोई भी जवाब देने से इनकार करता है और चुपचाप आगे बढ़ जाता है। उसका यह रहस्यमय व्यवहार और आतंकी हमले के ठीक दो दिन बाद यह ‘केक डिलीवरी’ देशवासियों के लिए कई सवाल खड़े कर रहा है।
प्रदर्शनों से गूंजा उच्चायोग परिसर
आज सुबह पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर लगभग 500 से अधिक प्रदर्शनकारी जुटे और पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश जाहिर किया। ‘एंटी टेरर एक्शन फोरम’ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पाकिस्तान पर आतंक को प्रायोजित करने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “पहले सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। अब फिर वैसी ही निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है। यह हमला शर्मनाक था और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
भारत की सख्त कूटनीतिक कार्रवाई
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कूटनीतिक कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:
- इंडस जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह संधि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी प्रणाली के जल बंटवारे को लेकर हुई थी।
- अटारी एकीकृत चेक पोस्ट (ICP) को बंद कर दिया गया है। हालांकि, वैध दस्तावेजों के साथ जो लोग पहले से सीमा पार कर चुके हैं, उन्हें 1 मई तक वापसी की अनुमति दी गई है।
- पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत रक्षा, वायुसेना, नौसेना व सैन्य सलाहकारों को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित कर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इन्हें एक सप्ताह के भीतर देश छोड़ना होगा।
- इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से भी भारत ने अपने रक्षा, वायुसेना, नौसेना सलाहकारों को वापस बुला लिया है। उनके साथ पांच सहायक स्टाफ भी वापस आ रहे हैं।
- दोनों देशों के उच्चायोगों की स्टाफ संख्या घटाकर 30 तक की जा रही है, और संभावना है कि 1 मई तक इसमें और कटौती हो।
देश में उबाल, पाकिस्तान पर नजरें
इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक ओर जहां जनता का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा है, वहीं केंद्र सरकार ने बिना किसी देरी के कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत दे दिया है कि आतंकवाद के समर्थन की कीमत चुकानी पड़ेगी।
युवक द्वारा केक लेकर उच्चायोग जाना जहां कई सवाल खड़े करता है, वहीं सरकार की कूटनीतिक सख्ती यह दर्शाती है कि भारत अब सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि ठोस कदमों से जवाब देगा। अब देखना यह है कि पाकिस्तान इन घटनाओं पर कैसी प्रतिक्रिया देता है और आगे हालात क्या मोड़ लेते हैं।