रेल कारखाना को लेकर फिर गरजा संघर्ष मोर्चा
रेल मंत्री के आगमन पर रखेगा मांगों का पुलिंदा, नहीं सुनवाई तो होगा घेराव : पप्पू यादव
जमालपुर।
जमालपुर रेल निर्माण कारखाना को निर्माण का दर्जा दिलाने और कोच निर्माण का कार्यभार सौंपने की वर्षों पुरानी मांग को लेकर ‘जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा’ एक बार फिर सक्रिय हो गया है। रेल मंत्री के संभावित आगमन की खबरों के बीच मोर्चा के संयोजक एवं समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष पप्पू यादव ने स्पष्ट किया है कि अगर इस बार भी मांगों की अनदेखी हुई तो मोर्चा शांत नहीं बैठेगा, बल्कि रेल मंत्री का घेराव करेगा।
पप्पू यादव ने कहा कि संघर्ष मोर्चा पिछले कई वर्षों से जमालपुर रेल कारखाना को पूर्व मध्य रेलवे में शामिल करने, डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड का दर्जा दिलाने, रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना, वाई लेग पर सफियावाद हाल्ट स्टेशन की पुनर्स्थापना और पूर्वी-पश्चिमी क्षेत्र को जोड़ने हेतु ओवरब्रिज निर्माण की मांग करता आ रहा है। इसके साथ ही रेलवे अस्पताल का आधुनिकीकरण, मंडल कार्यालय की स्थापना और खाली पड़ी रेलवे जमीनों पर स्टॉल निर्माण कर युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने की मांग भी प्रमुख रूप से उठाई जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि संघर्ष मोर्चा रेल क्षेत्र के विकास को लेकर हमेशा से सकारात्मक सोच और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य करता रहा है। लेकिन अफसोस इस बात का है कि कुछ दलाल प्रवृत्ति के ठेकेदार और चाटुकार अधिकारी मोर्चा के इस जनहित संघर्ष को पचा नहीं पा रहे हैं और आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश में लगे रहते हैं।
पप्पू यादव ने साफ किया कि मोर्चा की प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ जमालपुर के रेल क्षेत्र का विकास है और इसके लिए यदि कोई भी कुर्बानी देनी पड़ी, तो मोर्चा पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि रेल मंत्री के दौरे के दौरान संघर्ष मोर्चा को समय दिया जाए ताकि जनहित की मांगें उनके समक्ष रखी जा सकें। अगर ऐसा नहीं होता है, तो मोर्चा बाध्य होकर सड़क पर उतरेगा और रेल मंत्री का घेराव करेगा।
(संवाददाता)