दलित किशोरी की इलाज में लापरवाही से मौत पर सियासत गरमाई: कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग
पटना/मुजफ्फरपुर। रेप पीड़िता दलित किशोरी की पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में इलाज के दौरान मौत हो जाने के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए पटना और मुजफ्फरपुर में जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस्तीफे की मांग की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए।
रविवार को पटना के इनकम टैक्स गोलंबर पर महिला कांग्रेस सहित सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्र हुए और नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने किया। उन्होंने आरोप लगाया कि दलित बेटी के साथ हुए अन्याय पर सरकार और प्रशासन ने क्रूर चुप्पी साध रखी है। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के पुतले भी फूंके।
राजेश राम ने कहा कि यदि इस बच्ची को न्याय नहीं मिला, तो कांग्रेस पार्टी उसके अस्थि कलश के साथ पूरे बिहार में न्याय यात्रा निकालेगी। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है, दूसरी ओर बेटियों को इलाज तक नसीब नहीं होता।
सरैयागंज टावर पर जाम, कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन
मुजफ्फरपुर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार मुकुल के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरैयागंज टावर को जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने बताया कि 26 मई को कुढनी प्रखंड में दलित किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ था और वह गंभीर हालत में नहर के पास मिली थी। गर्दन पर धारदार चोट के निशान थे। परिजनों ने इलाज की मांग की लेकिन जिला प्रशासन ने समय रहते कोई पहल नहीं की।
अरविंद मुकुल ने बताया कि बार-बार आग्रह के बाद जब पीड़िता को पीएमसीएच रेफर किया गया, तब भी वहां उसे चार घंटे तक एम्बुलेंस में इंतजार कराया गया। उन्होंने कहा कि यह लापरवाही नहीं, बल्कि सुनियोजित उपेक्षा है। जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मौके पर पहुंचे, तब जाकर इलाज शुरू हुआ, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
“प्रशासन मौन, लोग मर रहे हैं”
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बिहार में अब इंसानों की जान की कोई कीमत नहीं रह गई है। “बकरी की तरह इंसान कट रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा है।” उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार संभाल नहीं पा रही है। इलाज में हुई घोर लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए और स्वास्थ्य मंत्री को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
घटना का पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 26 मई को कुढनी थाना क्षेत्र में एक किशोरी संदिग्ध हालत में नहर के किनारे मिली थी। उसके शरीर पर कई चोट के निशान थे और गर्दन भी कटी हुई पाई गई थी। पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अब, छह दिन बाद इलाज के अभाव में किशोरी की मौत के बाद राज्यभर में राजनीतिक भूचाल आ गया है।
कांग्रेस की चेतावनी
कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि दोषियों को जल्द सजा नहीं मिली और मंत्री ने इस्तीफा नहीं दिया, तो पूरे राज्य में आंदोलन और तेज किया जाएगा। पार्टी ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि यह केवल एक बच्ची की मौत नहीं, बल्कि राज्य की व्यवस्था की मौत है।