राहुल गांधी का बिहार दौरा: मांझी को श्रद्धांजलि, एनडीए नेताओं का तीखा हमला
राजगीर में बोले राहुल – जातीय जनगणना से डरती है मोदी सरकार, राजनीति खत्म हो जाएगी

गया/, 6 जून 
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी शुक्रवार को एक दिवसीय बिहार दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने गया जिले के प्रसिद्ध ‘पहाड़पुरुष’ दशरथ मांझी को श्रद्धांजलि दी और जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। वहीं, उनके दौरे पर एनडीए नेताओं ने जमकर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने अपने दौरे की शुरुआत गया जिले के गहलौर गांव में स्थित दशरथ मांझी स्मारक से की। उन्होंने मांझी के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ‘संघर्ष और समर्पण का प्रतीक’ बताया। दशरथ मांझी ने अकेले दम पर 22 वर्षों तक लगातार मेहनत कर पहाड़ काटकर रास्ता बनाया था, जिससे अत्री और वजीरगंज ब्लॉक के बीच की दूरी 55 किमी से घटकर 15 किमी हो गई थी।

इसके बाद राहुल गांधी राजगीर पहुंचे, जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित ‘संविधान सम्मेलन’ को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने केंद्र सरकार पर जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर हमला बोलते हुए कहा, “मैंने संसद में मोदी जी के सामने स्पष्ट कहा कि हम जातीय जनगणना कराएंगे। लेकिन मोदी जी डरते हैं, क्योंकि जिस दिन सच्चे आंकड़े सामने आ जाएंगे, उनकी राजनीति की नींव हिल जाएगी। ट्रंप खुद 11 बार कह चुके हैं कि उन्होंने मोदी को झुकाया।”

इस दौरान राहुल गांधी ने महिलाओं के विभिन्न समूहों से भी बातचीत की और बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में दर्शन किए।

एनडीए का पलटवार:

राहुल के इस दौरे पर एनडीए नेताओं ने तीखा प्रहार किया।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पर तंज कसते हुए कहा, “राहुल गांधी का स्वागत है उस नए बिहार में, जहां अब कानून का राज है। अगर वो लालू राज में आते तो शायद अगवा हो जाते और सोनिया गांधी को लालू के जरिए अपराधियों से बात करनी पड़ती।”

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तो राहुल गांधी को देशद्रोही करार देते हुए कहा, “राहुल पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं और हमारी सेना के प्रतीकों का अपमान करते हैं। ये देश की सेना का नहीं, देश का अपमान है।”

बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने राहुल गांधी पर बाबा साहब अंबेडकर के प्रति अपमान का आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस ने हमेशा अंबेडकर को नजरअंदाज किया। महिलाओं के शोषण का सबसे बुरा दौर कांग्रेस के शासन में ही था। राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।”

चुनावी तैयारी में जुटी कांग्रेस:

राहुल गांधी का यह दौरा कांग्रेस की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में दलित, पिछड़े और हाशिए पर खड़े समुदायों से सीधे संवाद स्थापित करना चाहती है। जातीय जनगणना, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय इसके केंद्र में हैं।

 

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