‘आतंक का हिसाब होगा… ज़मीन के आख़िरी छोर तक जाकर लेंगे बदला’: मधुबनी से प्रधानमंत्री का हुंकार
पाहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार का कड़ा रुख, इंदुस जल संधि पर रोक समेत पांच बड़े फैसले
मधुबनी/नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बिहार के मधुबनी से देश को संबोधित करते हुए कहा कि “आतंक का यह घिनौना चेहरा अब और बर्दाश्त नहीं होगा। हम उनके पीछे ज़मीन के आख़िरी छोर तक जाएंगे।”
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर आयोजित सभा में पीएम मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “देश दुख में है, लेकिन यह दुख अब हमारी ताकत बनेगा। भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक मोड़ पर खड़ा है। हम न सिर्फ़ जवाब देंगे बल्कि ऐसा जवाब देंगे जिसे याद रखा जाएगा।”
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में स्पष्ट कहा, “ये जो हमला हुआ है, उसके पीछे जो भी लोग हैं—चाहे वे आतंकी हों, उनके हैंडलर हों या उनको शरण देने वाले—हम सबकी पहचान करेंगे और उनको ऐसी सज़ा देंगे जो उनकी सोच से भी परे होगी।”
सभा के दौरान पीएम मोदी ने हमले के शिकार परिवारों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखवाया और ‘ॐ शांति’ का जाप किया।
केंद्र सरकार ने लिए पांच बड़े फैसले:
हमले के बाद गुरुवार शाम 6 बजे संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। वहीं, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस वार्ता में केंद्र की ओर से लिए गए पाँच महत्वपूर्ण फैसलों की जानकारी दी—
- इंदुस जल संधि पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।
- अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
- पाकिस्तानी नागरिक अब SAARC वीज़ा छूट योजना के तहत भारत यात्रा नहीं कर पाएंगे।
- पाकिस्तान उच्चायोग में मौजूद रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर एक सप्ताह में भारत छोड़ने का निर्देश।
- इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से भारत अपने रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को तत्काल प्रभाव से वापस बुला रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “140 करोड़ देशवासियों की इच्छा शक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़ेगी। आतंकवाद को हर हाल में जवाब मिलेगा। भारत अब खामोश नहीं रहेगा।”