अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बाबा साहेब की जयंती पर लगाया रक्तदान शिविर, युवाओं ने किया जीवनदान का संकल्प
रक्तदान कर युवाओं ने दिया समरसता का संदेश, कहा— बाबा साहेब के विचार ही हैं समाज में समानता की नींव
जमालपुर,
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जमालपुर इकाई द्वारा सोमवार को महान समाज सुधारक एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने रक्तदान कर सामाजिक समरसता और सेवा भावना का परिचय दिया।
रक्तदान शिविर में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब के जीवन मूल्यों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज में व्याप्त भेदभाव, ऊंच-नीच और अन्याय के खिलाफ संघर्ष में समर्पित कर दिया। विद्यार्थी परिषद उनके बताए मार्ग पर चलते हुए सदैव समाज कल्याण के कार्यों में अग्रसर रही है।
समाज के लिए समर्पित रहे अंबेडकर: वक्ता
इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बिक्की आनंद ने कहा, “रक्तदान द्वारा किसी जरूरतमंद को नया जीवन देना एक ऐसा आत्मिक अनुभव है जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। यह बाबा साहेब के विचारों का ही प्रभाव है कि आज युवा वर्ग सामाजिक उत्तरदायित्व को समझते हुए आगे आ रहा है।”
बाबा साहेब के विचार आज भी प्रासंगिक
कार्यकर्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब का मानना था कि किसी भी व्यक्ति को धर्म, जाति या वर्ग के आधार पर नहीं, बल्कि उसके अधिकार और अवसर की समानता के साथ देखा जाना चाहिए। यदि कोई समाज इस मूल सिद्धांत पर नहीं टिक सकता, तो उसमें बदलाव आवश्यक है।
रक्तदान करने वालों में उत्साह
इस रक्तदान शिविर में मुंगेर विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ. प्रियरंजन तिवारी सहित अंकित मंडल, आनंद कुमार, आदित्य राज, साकेत सम्राट, ऋषि भारती, प्रिंस कुमार, मनीष कुमार, अंकित शर्मा, बादल कुमार, आयुषी गुप्ता, बिक्की आनंद, सुभाष मंडल, कुणाल, राज रंजन, सिंघम गुप्ता, अनुराग पासवान, बिट्टू, सुनील बिंद, बसंत राणा, शंकर सिंह और दीपक सहित कई युवाओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।
परिषद के इस सेवा भाव ने बाबा साहेब की जयंती को एक नई दिशा दी है, जो उनके समरस समाज की परिकल्पना को धरातल पर उतारने का प्रयास है।