भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने भरोसा जताया है कि आगामी एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम अपने प्रशंसकों को निराश नहीं करेगी। यह प्रतियोगिता 11 नवंबर से बिहार के राजगीर में शुरू होने जा रही है। टीम की कप्तान सलीमा टेटे ने भी बताया कि टीम ने बेंगलुरु में अंतिम तीसरे हिस्से में सुधार करने पर खास ध्यान दिया है।
हरेंद्र सिंह, जिन्हें इस साल अप्रैल में मुख्य कोच नियुक्त किया गया था, का कहना है कि टीम ने पिछले पांच महीनों में अपनी कमजोरियों पर काम किया है, खासकर शूटिंग सर्कल में संयोजन और निर्णय लेने की क्षमता पर। उन्होंने कहा, “हर टीम इस ट्रॉफी को जीतने के इरादे से आ रही है और हमने पूरी तैयारी की है। प्रशंसक इस बार भारतीय महिला टीम का एक नया रूप देखेंगे।”
11 नवंबर से भारत की शुरूआत
भारतीय महिला हॉकी टीम अपना पहला मुकाबला 11 नवंबर को मलेशिया के खिलाफ खेलेगी, इसके बाद 12 नवंबर को कोरिया के खिलाफ उतरेगी। 13 नवंबर को विश्राम के बाद टीम 14 नवंबर को थाईलैंड, 16 नवंबर को चीन और 17 नवंबर को जापान से भिड़ेगी। शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी, जो 19 नवंबर को होंगे, जबकि फाइनल मुकाबला 20 नवंबर को खेला जाएगा।
“बिहार में हॉकी से बेटियों को प्रेरणा मिलेगी”
टीम की कप्तान सलीमा टेटे ने कहा, “हमने बेंगलुरु में एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए कड़ी मेहनत की है। पिछले मैचों में फाइनल तीसरे हिस्से में हमारी कुछ कमजोरियां थीं, जिन्हें सुधारने पर हमने काफी ध्यान दिया है। हम हर मुकाबले को गंभीरता से लेंगे और आत्मविश्वास से खेलेंगे।”
सलीमा ने कहा, “यह पहली बार है कि हम बिहार में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी टूर्नामेंट खेल रहे हैं, और हमारी कोशिश है कि अपने खेल से यहां की बेटियों को प्रेरित कर सकें।”