बलूचिस्तान में ट्रेन हाईजैक: पाकिस्तानी सेना का बड़ा ऑपरेशन, 150 बंधकों की रिहाई, 27 उग्रवादी ढेर
इस्लामाबाद। बलूचिस्तान के अशांत क्षेत्र में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने वाले उग्रवादियों के खिलाफ पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बड़ा अभियान चलाया। इस दौरान 150 से अधिक बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया, जबकि 27 उग्रवादी मारे गए। घटना के बाद भी सेना और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ जारी रही।
गुफा में रोकी गई ट्रेन, उग्रवादियों ने दी धमकी
जानकारी के अनुसार, यह हमला तब हुआ जब जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर जा रही थी। ट्रेन को एक सुरंग में रोककर उग्रवादियों ने पटरियों को उड़ा दिया और ड्राइवर की हत्या कर दी। ट्रेन में करीब 400 यात्री सवार थे। अपहरण की जिम्मेदारी BLA ने ली और उन्होंने सरकार से 48 घंटे के भीतर बलूच राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग की। संगठन ने धमकी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे ट्रेन को “पूरी तरह नष्ट” कर देंगे और 10 बंधकों को मार देंगे।
रातभर चला सेना का ऑपरेशन, कुछ बंधकों को ले गए पहाड़ों की ओर
पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई में ऑपरेशन चलाया। बताया जा रहा है कि उग्रवादियों का एक समूह कुछ बंधकों को पहाड़ों की ओर ले गया, जबकि बाकी हमलावर ट्रेन के इंजन के पास ही डटे रहे। सुरंग के आसपास का इलाका दुर्गम होने के कारण सेना को अभियान में चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
BLA ने किया दावा, सेना ने नकारा
BLA ने बयान जारी कर कहा कि इस हमले में उन्होंने 30 से अधिक सैनिकों को मार गिराया, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने इस दावे को खारिज कर दिया। आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 27 उग्रवादी मारे जा चुके हैं और ऑपरेशन अभी भी जारी है।
बंधकों को सुरक्षित निकाला, प्रधानमंत्री ने की निंदा
सुरक्षा बलों ने अब तक 150 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इन्हें पास के शहर माच में स्थापित अस्थायी अस्पताल में भेजा गया।
इस घटना की प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कड़ी निंदा की और इसे रमज़ान के पवित्र महीने में किया गया “कायराना हमला” बताया। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान में आतंकवाद को पूरी तरह समाप्त करने तक संघर्ष जारी रखेंगे।”
रेलवे प्रशासन ने क्वेटा और पेशावर रेलवे स्टेशनों पर आपातकालीन सहायता केंद्र बनाए हैं, जहां अपहृत यात्रियों के परिजनों को जानकारी दी जा रही है। फिलहाल पूरे क्षेत्र में सेना की निगरानी बढ़ा दी गई है।