बेतिया में एसवीयू का बड़ा एक्शन, जिला शिक्षा पदाधिकारी के ठिकानों से 1.87 करोड़ की संपत्ति जब्त
बेतिया: बिहार पुलिस की स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए बेतिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) रजनीकांत प्रवीण के ठिकानों पर छापेमारी कर करीब 1.87 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई disproportionate assets (आय से अधिक संपत्ति) की जांच के तहत की गई।
बिस्तरों के नीचे छुपाई गई नकदी बरामद
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान डीईओ प्रवीण के घर में अलग-अलग कमरों के बिस्तरों के नीचे से नकदी के बंडल मिले, जिसे गिनने के लिए बैंक से करेंसी काउंटिंग मशीन मंगवाई गई। इसके अलावा, कई दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जो उनकी चल-अचल संपत्ति के बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहे हैं।
चार जिलों में छापेमारी, कई अधिकारी रडार पर
एसवीयू ने बेतिया के अलावा दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और पश्चिम चंपारण में भी छापेमारी की। यह कार्रवाई केवल रजनीकांत प्रवीण तक सीमित नहीं है, बल्कि कम से कम दस अन्य अधिकारियों पर भी एसवीयू की नजर है। इससे पहले पूर्वी चंपारण और किशनगंज के जिला शिक्षा पदाधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत कार्रवाई हो चुकी है।
पत्नी के स्कूल संचालन पर उठे सवाल
जांच एजेंसी को यह भी पता चला है कि प्रवीण की पत्नी बेतिया में एक निजी स्कूल का संचालन करती हैं, जिससे उनकी संपत्ति का स्रोत और भी संदेह के घेरे में आ गया है। शिक्षक संगठनों ने लंबे समय से प्रवीण पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, लेकिन उनके कथित राजनीतिक और प्रशासनिक संबंधों के कारण शिकायतें अनसुनी रह जाती थीं।
2005 से शिक्षा विभाग में, तीन साल से बेतिया में तैनात
रजनीकांत प्रवीण 2005 से बिहार के शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं और पिछले तीन वर्षों से बेतिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी के रूप में तैनात थे। उनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार की कई शिकायतें सामने आई थीं, लेकिन अब जाकर इस पर कार्रवाई हुई है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ एसवीयू की सख्ती जारी
जानकारी के अनुसार, यह छापेमारी शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की एसवीयू की रणनीति का हिस्सा है। बिहार सरकार द्वारा सरकारी अधिकारियों की आय से अधिक संपत्ति पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और आने वाले दिनों में कई और बड़े नामों पर कार्रवाई हो सकती है।