भारत का जलवा : साउथ एशियन यूथ टेबल टेनिस चैंपियनशिप में 13 स्वर्ण पदक पर कब्जा

साउथ एशियन यूथ टेबल टेनिस चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 13 स्वर्ण और 3 रजत पदक अपने नाम किए। रविवार को संपन्न हुई इस प्रतियोगिता में भारत ने हर वर्ग में अपना दबदबा कायम रखते हुए शानदार सफलता अर्जित की।

यह चैंपियनशिप इस वर्ष होने वाले यूथ एशियन चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के रूप में आयोजित की गई थी, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने विभिन्न वर्गों में उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन किया।

टीम स्पर्धाओं में भारत ने अंडर-19 बालिका, अंडर-15 बालक और अंडर-15 बालिका वर्ग में स्वर्ण पदक जीते। साथ ही अंडर-19 और अंडर-15 वर्ग की युगल और मिश्रित युगल स्पर्धाओं में भी भारत ने सभी छह स्वर्ण पदकों पर कब्जा जमाया।

एकल मुकाबलों में भारत ने चार स्वर्ण पदक हासिल किए। अंडर-19 बालक वर्ग में कुशल चोपड़ा ने हमवतन आर. बालमुरुगन को 3-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। वहीं अंडर-19 बालिका वर्ग में अनन्या चांडे ने प्रिथा वार्तिकर को 3-1 से पराजित कर शीर्ष स्थान हासिल किया।

टीम मुकाबलों में प्रिथा वार्तिकर, अनन्या चांडे, हार्दी पटेल और दिया ब्रह्मचारी की चौकड़ी ने अंडर-19 बालिका वर्ग का स्वर्ण जीतते हुए नेपाल को 3-1 से शिकस्त दी। अंडर-15 बालिका वर्ग में प्रीती पॉल, आरुषि नंदी, अद्विका अग्रवाल और तनमयी साहा की टीम ने श्रीलंका को 3-0 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

हालांकि मेज़बान नेपाल ने अंडर-19 बालक टीम स्पर्धा में बाजी मारते हुए एक स्वर्ण पदक जीता। पांच टीमों के बीच हुए मुकाबले में नेपाल ने पाकिस्तान से एक मुकाबला हारने के बावजूद तीन जीत दर्ज कर सात अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। श्रीलंका और बांग्लादेश क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

गौरतलब है कि भारत ने पिछले वर्ष ही यूथ एशियन चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया था, इसलिए इस प्रतियोगिता में भारत की मुख्य टीम ने भाग नहीं लिया था।

इस शानदार प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि युवा भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी एशियाई मंच पर भी बड़ी उम्मीदों के साथ उतरने के लिए तैयार हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *