नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ : बिहार के मृतकों के परिजनों को 2 लाख मुआवजा, घायलों को 50 हजार
पटना/नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार देर रात हुई भगदड़ में बिहार के कई यात्रियों की जान चली गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दर्दनाक हादसे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि तथा घायलों को पचास हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में बिहार के लोगों की मौत अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।”
उधर, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी इस घटना पर गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ हृदयविदारक है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
रेलवे प्रबंधन पर उठे सवाल, विपक्ष ने साधा निशाना
इस हादसे के बाद रेलवे की अव्यवस्था और सुरक्षा उपायों की कमी पर सवाल उठने लगे हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि रेलवे के कुप्रबंधन के कारण यात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “यह हादसा रेलवे की विफलता को दर्शाता है। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह से नाकाम साबित हुए। रेल मंत्री को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।”
लालू यादव के इस बयान के बाद रेलवे सुरक्षा और यात्री प्रबंधन को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ गई है। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार से रेलवे में सुधार के ठोस कदम उठाने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
रेलवे प्रशासन की सफाई
रेलवे अधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि स्टेशन पर यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ने से भगदड़ मची। फिलहाल रेलवे और स्थानीय प्रशासन द्वारा घटना की जांच की जा रही है और सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने पर विचार किया जा रहा है।
घटना ने रेलवे सुरक्षा पर फिर खड़े किए सवाल
इस हादसे के बाद एक बार फिर रेलवे में सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण तंत्र को लेकर बहस छिड़ गई है। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के बीच केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वह रेलवे सुविधाओं को मजबूत करे और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।