जमुई में पुलिस टीम पर हमला, तीन आरोपि गिरफ्तार
जमुई
गुरुवार को बिहार के जमुई जिले के गिद्धौर थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन की जांच के दौरान बालू माफिया और ग्रामीणों द्वारा पुलिस टीम पर हमला किया गया, जिसमें एक पुलिस उपनिरीक्षक और तीन सिपाही घायल हो गए। पुलिस ने इस घटना में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
घटना गिद्धौर के गोगलडीह क्षेत्र की है, जहां गिद्धौर थाने के उपनिरीक्षक पंकज कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम अवैध बालू खनन की जांच करने पहुंची थी। पुलिस के अनुसार, जब टीम वहां पहुंची तो अवैध खनन में शामिल लोग और स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस हमले में पंकज कुमार और तीन अन्य सिपाही घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने अतिरिक्त बल भेजकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस अधीक्षक ने कहा, “अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब अवैध बालू खनन से जुड़े लोगों ने पुलिस पर हमला किया है। पिछले कुछ वर्षों में बिहार में इस तरह की घटनाओं में वृद्धि हुई है। 9 जून 2024 को औरंगाबाद जिले में अवैध बालू ढो रहे ट्रैक्टर की चपेट में आकर कांस्टेबल दीपक कुमार की मौत हो गई थी। वहीं, नवंबर 2023 में जमुई में ही अवैध बालू ढो रहे एक ट्रैक्टर ने पुलिस उपनिरीक्षक प्रभात रंजन को कुचल दिया था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई थी।
बिहार में अवैध बालू खनन का मुद्दा लगातार गंभीर होता जा रहा है। पुलिस और खनन विभाग के अधिकारियों को इस माफिया से निपटने में लगातार मुश्किलें आ रही हैं। सरकारी स्तर पर इस माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो रही है।