राज्य के खेल क्षेत्र को संवारने में जुटी बिहार सरकार
पटना
बिहार में खेलों को प्रोत्साहन देने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा बड़ी पहल करते हुए ‘बिहार खेल छात्रवृत्ति योजना-2024’ को मंजूरी दी गई है। इस योजना के माध्यम से राज्य के युवा और होनहार खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी प्रतिभा को निखारने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि खेल प्रतिभाओं को हरसंभव सहयोग देना उनकी प्राथमिकता है ताकि बिहार को खेलों के क्षेत्र में भी राष्ट्रीय पहचान मिले।
तीन श्रेणियों में बंटी है योजना
‘बिहार खेल छात्रवृत्ति योजना’ को खिलाड़ियों के स्तर और उनकी उपलब्धियों के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहले वर्ग में राज्य और जिला स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 12-18 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिन्हें प्रतिवर्ष तीन लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। वहीं, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले 12-24 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये की सहायता मिलेगी। तीसरी श्रेणी में ओलंपिक स्तर की योग्यता हासिल करने वाले 25 खिलाड़ियों को बीस लाख रुपये तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
विदेश प्रशिक्षण की व्यवस्था और स्वास्थ्य बीमा की सुविधा
इस योजना की एक विशेषता यह है कि खिलाड़ियों को विदेशों में प्रशिक्षण प्राप्त करने की सुविधा भी मिलेगी। इसके साथ ही सभी लाभार्थी खिलाड़ियों के लिए कैशलेस मेडिकल बीमा की व्यवस्था की गई है। खिलाड़ियों को व्यक्तिगत दुर्घटना नीति के तहत कवर किया जाएगा, जिससे खेल के दौरान किसी भी प्रकार की चिकित्सा सहायता की आवश्यकता पर आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी।
खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बड़े कदम
बिहार सरकार ने राज्य में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाने के लिए भी महत्त्वपूर्ण निर्णय लिया है। हर प्रमंडल में अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्टेडियम विकसित किए जा रहे हैं, जहां खिलाड़ियों के ठहरने और कोचिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में खेल सुविधाओं के निर्माण से युवाओं में खेल के प्रति रुचि को बढ़ावा मिलेगा और उनकी प्रतिभा को उचित मंच मिलेगा।
सरकारी नौकरी में मिलेगा प्राथमिकता
युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता देने का भी निर्णय लिया है। इस पहल से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा और उन्हें अपने खेल में बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी।
खेलों का सर्वांगीण विकास ही उद्देश्य
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। राज्य में खेल कोटा के तहत मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश की सीटों का आरक्षण भी निर्धारित किया गया है। हर स्तर पर खिलाड़ियों के लिए अवसरों का विस्तार करना ही सरकार का उद्देश्य है।