बिहार विधानसभा की युवा संसद में भागलपुर के शिव सागर ने रखा संविधान पर ओजस्वी वक्तव्य
‘अधिकारों के साथ कर्तव्य भी निभाना जरूरी’— शिव सागर
पटना। बिहार विधानसभा में आयोजित युवा संसद कार्यक्रम में भागलपुर जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए मारवाड़ी कॉलेज के छात्र एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री शिव सागर ने संविधान की 75 वर्ष की यात्रा पर सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए।
29 मार्च को हुए इस विशेष आयोजन में राज्य के विभिन्न जिलों से चयनित छात्र-छात्राएं पटना पहुंचे थे। नगर पंचायत पीरपैंती निवासी समाजसेवी पंकज कुमार के पुत्र शिव सागर ने अपने तीन मिनट के भाषण में अधिकार और कर्तव्य के संतुलन पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “संविधान केवल अधिकारों का दस्तावेज नहीं, बल्कि यह नागरिकों के कर्तव्यों का भी मार्गदर्शन करता है।”
शिव सागर ने अपने संबोधन में अनुच्छेद 370 के उन्मूलन को संविधान की प्रगति का प्रतीक बताते हुए कहा कि इस कदम से अखंड भारत की अवधारणा को नई ऊर्जा मिली है। उन्होंने सरदार पटेल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘एक देश, एक संविधान और एक निशान’ का सपना अब साकार हो रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने की, जबकि मंच पर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी, खेल मंत्री सुरेंद्र महतो और कई विधायक मौजूद रहे। करीब सात घंटे चले इस युवा संसद सत्र में हर प्रतिभागी को तीन मिनट का वक्त मिला, जिसमें युवाओं ने अपने-अपने विचार प्रखरता से प्रस्तुत किए।
राष्ट्रीय सेवा योजना के सक्रिय स्वयंसेवक शिव सागर ने जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर विधानसभा मंच तक अपनी जगह बनाई थी। उनका यह भाषण न केवल दर्शकों बल्कि सदन में उपस्थित माननीयों द्वारा भी सराहा गया।
इस अवसर पर शिव सागर ने कहा कि युवा पीढ़ी को अपने अधिकारों के साथ-साथ राष्ट्रहित में अपने कर्तव्यों के प्रति भी सजग होना चाहिए, तभी संविधान की आत्मा जीवित रह सकती है।