बिजली गिरने से बिहार में 13 लोगों की मौत,
मुख्यमंत्री ने जताया शोक, 4-4 लाख मुआवजा देने का निर्देश
पटना।
बिहार में एक बार फिर आसमानी कहर ने कहर बरपाया है। मंगलवार को प्रदेश के चार जिलों—बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर—में वज्रपात की चपेट में आकर 13 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का आदेश दिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, बेगूसराय में सबसे अधिक पांच लोगों की मौत हुई, जबकि दरभंगा में चार, मधुबनी में तीन और समस्तीपुर में एक व्यक्ति की जान गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक दुखद आपदा है और राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने आमजनों से खराब मौसम के दौरान घर के भीतर ही रहने की अपील की है। उन्होंने कहा, “आवश्यकता होने पर ही बाहर निकलें और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।”
इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी 9 और 10 अप्रैल के लिए किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने किशनगंज और सुपौल जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई है।
आईएमडी की भविष्यवाणी के मुताबिक, “इन जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा, गरज-चमक और वज्रपात की संभावना है।”
प्रशासन ने सभी जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने और संवेदनशील इलाकों में लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया है। वहीं आपदा प्रबंधन विभाग ने भी वज्रपात से बचाव के लिए आमजन को मोबाइल अलर्ट और प्रचार माध्यमों के जरिए सावधानी बरतने की सलाह दी है।