बुमराह की आखिरी ओवर में चमक
सिडनी। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले दिन का खेल संघर्षपूर्ण रहा। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 185 रन बनाए। दिन का अंत ऑस्ट्रेलिया ने 9/1 के स्कोर पर किया, जहां जसप्रीत बुमराह ने आखिरी ओवर में उस्मान ख्वाजा को पवेलियन भेजा।
भारतीय बल्लेबाजी ढही, बुमराह की चमक
पहले बल्लेबाजी का फैसला करते हुए भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाई। केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की ओपनिंग जोड़ी सस्ते में निपट गई। मिचेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड ने शुरुआती झटके दिए। विराट कोहली और शुभमन गिल ने पारी संभालने की कोशिश की लेकिन दोनों खिलाड़ी दबाव में अपने विकेट गंवा बैठे।
लंच से पहले गिल (28) नाथन लायन की गेंद पर चकमा खा गए, जबकि कोहली (19) अपनी पुरानी कमजोरी – बाहर की गेंद पर शॉट खेलने – का शिकार हो गए।
पंत-जडेजा ने दी थोड़ी राहत
मध्यक्रम में ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने 48 रनों की साझेदारी कर पारी को संभालने का प्रयास किया। पंत ने हिम्मत दिखाते हुए चोटिल होने के बावजूद 40 रन बनाए, जबकि जडेजा 26 रन बनाकर आउट हुए। इन दोनों के आउट होने के बाद निचला क्रम ढह गया।
स्कॉट बोलैंड ने भारतीय पारी को समेटने में अहम भूमिका निभाई। जसप्रीत बुमराह ने अंत में 22 रनों की तेज पारी खेली लेकिन टीम को बड़े स्कोर तक नहीं पहुंचा सके।
ऑस्ट्रेलिया ने दिन का अंत 9/1 पर किया
भारत की तरफ से गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह ने आखिरी ओवर में ख्वाजा को आउट कर टीम को उम्मीद दी। ऑस्ट्रेलिया के लिए डेविड वॉर्नर और मार्नस लाबुशेन अगले दिन पिच पर उतरेंगे।
गंभीर के नेतृत्व में भारतीय टीम बदलाव के दौर में
भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर के कड़े रुख ने टीम में प्रदर्शन और जवाबदेही को बढ़ावा दिया है। रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी और उनकी फॉर्म को लेकर उठे सवालों ने टीम पर दबाव बढ़ाया है।
बुमराह, जिन्होंने सीरीज में अब तक 30 विकेट लिए हैं, भारत के लिए सबसे बड़ी ताकत बने हुए हैं। लेकिन इस टेस्ट को जीतने के लिए टीम को सामूहिक प्रदर्शन करना होगा।
क्या भारत बचा पाएगा ट्रॉफी?
सीरीज बचाने और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए भारत को यह टेस्ट जीतना जरूरी है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन की फॉर्म और उनके तेज गेंदबाजों की लय भारत के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रही है।
आने वाले दिन इस मुकाबले का रुख तय करेंगे। क्या भारत वापसी करेगा या ऑस्ट्रेलिया ट्रॉफी पर कब्जा जमाएगा? यह देखना दिलचस्प होगा।