नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आयोजित होने वाले मैचों को रद्द कर दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने स्कार्दू, मुर्री और मुजफ्फराबाद जैसे विवादित क्षेत्रों को टूर्नामेंट के लिए प्रस्तावित किया था, जिसे लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने कड़ा विरोध दर्ज कराया।
BCCI के विरोध पर ICC का निर्णय
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में फरवरी-मार्च के बीच प्रस्तावित है, लेकिन PCB द्वारा पीओके के शहरों को शामिल करने की घोषणा के बाद यह विवाद खड़ा हो गया। BCCI ने स्पष्ट कर दिया था कि भारत इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगा, खासकर तब जब यह मैच विवादित क्षेत्रों में आयोजित किए जाएं।
हाइब्रिड मॉडल पर नहीं बनी बात
सूत्रों के अनुसार, PCB ने बीसीसीआई से उनके फैसले के पीछे का तर्क मांगा, लेकिन टूर्नामेंट के हाइब्रिड मॉडल या फॉर्मेट पर कोई चर्चा नहीं की। इससे दोनों बोर्ड के बीच खींचतान बढ़ गई है और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के भविष्य पर सवाल खड़े हो गए हैं।
स्टेडियम अपग्रेड पर करोड़ों का खर्च
पाकिस्तान सरकार ने टूर्नामेंट के लिए कराची, लाहौर और रावलपिंडी के स्टेडियम को अपग्रेड करने के लिए 17 अरब रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। हालांकि, पीओके के शहरों को आयोजन स्थल से बाहर करने के फैसले से PCB की रणनीति प्रभावित हो सकती है।
2008 के बाद पाकिस्तान नहीं गया भारत
भारत ने आखिरी बार 2008 में एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था। इसके बाद 26/11 के मुंबई हमलों के बाद से भारत ने पाकिस्तान में किसी भी क्रिकेट श्रृंखला में हिस्सा नहीं लिया है।
एशिया कप 2023 में दिखा था हाइब्रिड मॉडल
हाल ही में एशिया कप 2023 को हाइब्रिड मॉडल के तहत आयोजित किया गया था, जहां भारत के मैच श्रीलंका में खेले गए थे क्योंकि भारतीय टीम ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था।
19 फरवरी से 9 मार्च तक प्रस्तावित है टूर्नामेंट
ICC ने नवंबर के दूसरे सप्ताह में टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब विवादित क्षेत्रों के कारण शेड्यूल और आयोजन स्थल को लेकर संशय बना हुआ है। चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 19 फरवरी से 9 मार्च 2025 के बीच प्रस्तावित है, और मैच कराची, लाहौर और रावलपिंडी में आयोजित होने की संभावना है।
यह विवाद न केवल चैंपियंस ट्रॉफी के भविष्य पर सवाल खड़े करता है, बल्कि भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों में जारी तनाव को भी उजागर करता है।