महान फिल्मकार ने 16 जनवरी 2025 को ली अंतिम सांस, सिनेमा जगत में शोक की लहर

 

हॉलीवुड के प्रख्यात फिल्म निर्माता, लेखक और निर्देशक डेविड लिंच का 16 जनवरी 2025 को निधन हो गया। 78 वर्षीय लिंच अपने विशिष्ट सिनेमाई दृष्टिकोण और गहरे, रहस्यमयी फिल्मों के लिए जाने जाते थे। उनके निधन की खबर से सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई।

डेविड लिंच ने हमेशा सिनेमा को आत्मा की अभिव्यक्ति माना। उन्होंने अपने करियर में कई अविस्मरणीय फिल्में दीं, जो न केवल दर्शकों को चौंकाने वाली कहानियों से रूबरू कराती थीं, बल्कि उनके भीतर गहरे प्रश्न भी छोड़ जाती थीं। उनका मानना था कि सिनेमा केवल एक व्यावसायिक माध्यम नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है।

अपनी सोच और सिनेमा के प्रति रहे सच्चे

डेविड लिंच हमेशा अपने विचारों और दृष्टिकोण के प्रति अडिग रहे। उन्होंने एक बार कहा था, “जब आप किसी विचार से प्रेम करते हैं, तो यह ठीक वैसा ही होता है जैसे किसी लड़की से प्रेम करना। भले ही वह समाज के मानकों पर खरी न उतरे, लेकिन अगर वह आपके दिल को छूती है, तो वही सबसे महत्वपूर्ण होता है।”

उन्होंने अपने करियर में सफलता और असफलता दोनों देखीं, लेकिन उनका कहना था कि असली हार तब होती है जब कोई अपने मूल विचारों से समझौता कर लेता है। “अगर आपने अपने सिनेमा के प्रति ईमानदारी नहीं रखी, तो आप दो बार मरते हैं—एक बार इसलिए कि आपने अपने विचारों से समझौता कर लिया और दूसरी बार इसलिए कि वह फिल्म असफल रही।”

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा था कि उनकी फिल्म Dune उनके लिए दोहरी मृत्यु जैसी थी, क्योंकि उसमें वे अपनी दृष्टि को पूरी तरह व्यक्त नहीं कर सके। वहीं, Fire Walk with Me भले ही व्यावसायिक रूप से सफल न हुई हो, लेकिन उन्होंने इसे दिल से बनाया था, इसलिए उन्हें केवल एक बार ही हार का अनुभव हुआ।

सिनेमा जगत में अविस्मरणीय योगदान

डेविड लिंच का निधन सिनेमा के एक युग के अंत जैसा है। उनकी फ़िल्में Eraserhead (1977), The Elephant Man (1980), Blue Velvet (1986), Mulholland Drive (2001) जैसी कृतियां आज भी सिनेमा प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं।

उनके निधन से फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है, लेकिन उनकी रचनाएं और उनका सिनेमा दर्शन हमेशा जीवित रहेगा। उन्होंने दुनिया को यह सिखाया कि सच्चा कलाकार वही है जो अपने विचारों के प्रति निष्ठावान रहे, भले ही सफलता या असफलता किसी भी रूप में मिले।

 

रिपोर्ट : शिवांशु सिंह सत्या

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