नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार चौथे दिन खराब श्रेणी में दर्ज की गई, जहां 13 निगरानी केंद्रों ने ‘रेड जोन’ में AQI के आंकड़े दर्ज किए हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, गुरुवार को 24 घंटे का औसत AQI 285 रहा, जो लगातार खराब स्थिति की ओर इशारा कर रहा है।
दिल्ली के अशोक विहार, द्वारका सेक्टर-8, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, बवाना, बुराड़ी, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, ओखला फेज़-2, शादिपुर और विवेक विहार जैसे इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से अधिक दर्ज किया गया, जिससे हवा का बुरा हाल स्पष्ट हो गया।
पराली जलाने से बिगड़ी हवा, सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख
दिल्ली में खराब होती हवा की स्थिति को देखते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब सरकारों को पराली जलाने के मामलों पर कड़ी फटकार लगाई है। अदालत ने कहा कि दोनों राज्यों द्वारा इस समस्या पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिसके चलते दिल्ली और एनसीआर में धुएं की मोटी परत छा जाती है और सांस की समस्याएं बढ़ जाती हैं।
अदालत ने हरियाणा के मुख्य सचिव को 23 अक्टूबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति ए.एस. ओका ने कहा, “हमने देखा है कि पराली जलाने के मामलों में काफी वृद्धि हुई है, जो आयोग के निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है। आयोग को राज्य के अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।”
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, दिनभर बादल छाए रहे और अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। विशेषज्ञों का मानना है कि पराली जलाने के साथ-साथ अनुकूल मौसम स्थितियों के कारण भी दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है।
दिल्लीवासियों ने सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश और आंखों में जलन जैसी समस्याओं की शिकायतें शुरू कर दी हैं, जिससे प्रदूषण की गंभीरता साफ जाहिर होती है।