थाईलैंड में अफरातफरी
हाई-राइज इमारतें हिलीं, बांग्लादेश तक महसूस किए गए झटके
यांगून/बैंकॉक। शुक्रवार को दक्षिण पूर्व एशिया में दो भीषण भूकंपों ने तबाही मचा दी। पहला झटका 7.7 तीव्रता का था, जिसका केंद्र म्यांमार के मोन्यवा से 50 किलोमीटर पूर्व में बताया गया। महज 12 मिनट बाद दूसरा झटका 6.4 तीव्रता का आया, जिससे दहशत और बढ़ गई। थाईलैंड और म्यांमार में इमारतें हिल गईं और लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। बांग्लादेश में भी झटके महसूस किए गए।
म्यांमार में मंदिरों को नुकसान
भूकंप का सबसे ज्यादा असर म्यांमार में देखा गया, जहां राजधानी नेपीतॉ और आसपास के इलाकों में धार्मिक स्थलों को क्षति पहुंची। कई मंदिरों के गुंबद और दीवारें गिर गईं। आवासीय भवनों को भी नुकसान हुआ, हालांकि अभी तक किसी हताहत की पुष्टि नहीं हुई है। भूकंप के कारण पहले से ही संघर्षग्रस्त देश में राहत कार्यों में बाधा आ रही है।
थाईलैंड में मची भगदड़
बैंकॉक में भूकंप के झटके महसूस होते ही बहुमंजिला इमारतें हिलने लगीं। कई जगहों पर स्विमिंग पूल का पानी बहकर इमारतों से नीचे गिरने लगा। लोग घबराकर सड़कों पर निकल आए। निर्माणाधीन एक इमारत गिरने की खबर है, हालांकि वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी है। प्रधानमंत्री पैटोंगटर्न शिनवात्रा ने आपात बैठक बुलाकर स्थिति का जायजा लिया।
बांग्लादेश में भी झटके
बांग्लादेश में भी दोपहर 12:25 बजे 7.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र म्यांमार के मांडले के पास बताया गया। ढाका और चटगांव में झटके महसूस किए गए। बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, इसका केंद्र ढाका से करीब 597 किलोमीटर दूर था।
राहत कार्य तेज
थाईलैंड, म्यांमार और बांग्लादेश में राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं। आपातकालीन टीमों को तैनात किया गया है और इमारतों की सुरक्षा जांच की जा रही है। विशेषज्ञों ने आने वाले दिनों में आफ्टरशॉक्स की आशंका जताई है।