पटना
बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में कार्यरत सभी शिक्षकों की तस्वीरें फ्लैक्स पर प्रदर्शित करने का निर्णय लिया है। इस कदम का उद्देश्य छात्रों और अभिभावकों को शिक्षकों से परिचित कराना है, जिससे विद्यालय स्तर पर पारदर्शिता और जागरूकता बढ़ाई जा सके। शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में सभी जिलों को सख्त निर्देश जारी कर दिए हैं।
77 हजार से अधिक स्कूलों में होगा लागू आदेश राज्य में कुल 77,856 सरकारी विद्यालय हैं, जिनमें प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर के स्कूल शामिल हैं। शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, इन सभी विद्यालयों में अब पदस्थापित शिक्षकों की तस्वीरें फ्लैक्स पर लगाई जाएंगी। फ्लैक्स पर प्रदर्शित इन तस्वीरों से छात्रों और उनके अभिभावकों को विद्यालय के शिक्षकों की पहचान करने में आसानी होगी।
केंद्र सरकार ने भी मांगी रिपोर्ट केंद्र सरकार ने इस योजना की प्रगति पर निगरानी के लिए बिहार सरकार से रिपोर्ट मांगी है। इसी क्रम में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी रंजन सिंह द्वारा सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को निर्देश दिया गया है कि वे 13 सितंबर तक रिपोर्ट सौंपें। इस रिपोर्ट में यह जानकारी देनी होगी कि कितने विद्यालयों में यह आदेश लागू हो चुका है।
फार्मेट हुआ तैयार, जिलों को भेजा गया निर्देश जिला स्तर पर इसे लागू करने के लिए बीईपी द्वारा एक विशेष फार्मेट तैयार किया गया है, जिसे सभी जिलों के डीईओ और डीपीओ को भेजा जा चुका है। इस फार्मेट में शिक्षकों की तस्वीरें फ्लैक्स पर प्रदर्शित करने की अद्यतन स्थिति दर्ज की जाएगी। शिक्षा विभाग का यह प्रयास सरकारी विद्यालयों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
विद्यालयों में पारदर्शिता बढ़ाने का प्रयास इस निर्णय से न केवल विद्यालयों में पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि अभिभावकों के साथ शिक्षकों की सीधी संवाद और जिम्मेदारी भी तय की जा सकेगी। अब यह देखना होगा कि यह आदेश कितनी तेजी से लागू होता है और इसका प्रभाव बच्चों की शिक्षा पर कितना पड़ता है।