गुरुदेव की जयंती पर मालदा मंडल और जमालपुर डीजल शेड में हुई भावभीनी श्रद्धांजलि सभा
कविगुरु की विचारधारा को आत्मसात करने का संदेश, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन
मालदा। नोबेल पुरस्कार विजेता, राष्ट्रगान “जन गण मन” के रचयिता एवं भारतीय साहित्य के प्रकाशस्तंभ गुरुदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की जयंती के अवसर पर पूर्व रेलवे मालदा मंडल द्वारा शुक्रवार को एक भावनात्मक श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, मालदा के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित हुआ, जहां मंडल रेल प्रबंधक श्री यतीश कुमार ने गुरुदेव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उनके साथ अपर मंडल रेल प्रबंधक, वरिष्ठ शाखा अधिकारीगण तथा रेलवे परिवार के कई सदस्य उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में श्री यतीश कुमार ने गुरुदेव को एक द्रष्टा कवि और महान विचारक बताते हुए कहा, “उनकी रचनाएं केवल साहित्य नहीं, बल्कि भारतीय चेतना का सार हैं। गुरुदेव ने जो सांस्कृतिक धरोहर हमें सौंपी है, वह आज भी समाज को मार्गदर्शन देती है।”
इस अवसर पर रेल कर्मचारियों ने रवीन्द्रनाथ ठाकुर के साहित्यिक अवदान को संगीतमय श्रद्धांजलि के रूप में प्रस्तुत किया। कविगुरु की कविताओं पर आधारित गीत और पाठ से कार्यक्रम का वातावरण आत्मीय और प्रेरणादायक हो गया।
इधर, जमालपुर डीजल शेड में भी गुरुदेव की जयंती श्रद्धा के साथ मनाई गई। वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता/डीएसएल श्री कृष्ण कुमार दास ने ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “गुरुदेव का दर्शन भारतीय संस्कृति की आत्मा है, जिसे आज की पीढ़ी को आत्मसात करने की आवश्यकता है।”
दोनों स्थानों पर आयोजित समारोहों में गुरुदेव के विचारों को नमन करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प भी लिया गया।