भारत के पूर्व हॉकी कप्तान सरदार सिंह का मानना है कि हॉकी इंडिया लीग (HIL) की वापसी भारतीय हॉकी के लिए एक नया सुनहरा अध्याय लिखेगी। उन्होंने कहा कि HIL ने न केवल भारतीय खिलाड़ियों को उच्च-स्तरीय प्रदर्शन का अनुभव दिया बल्कि उन्हें दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ खेलने का अवसर भी प्रदान किया।

HIL 2024-25 के लिए 1000 से अधिक खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया है, जिसमें पुरुषों की नीलामी 13 और 14 अक्टूबर को आयोजित होगी, जबकि पहली बार महिलाओं की नीलामी 15 अक्टूबर को होगी। लीग की यह वापसी सात साल बाद हो रही है, जिससे खिलाड़ियों और प्रशंसकों में उत्साह का माहौल है।

सरदार सिंह ने हॉकी इंडिया द्वारा जारी एक बयान में कहा, “इस बार की लीग पहले से भी बड़ी और बेहतर होगी, खासकर महिला लीग के साथ। यह लीग न सिर्फ खिलाड़ियों को बेहतर मंच देगी, बल्कि भारतीय हॉकी के स्वर्णिम दौर को फिर से जीवित करेगी।” उन्होंने आगे कहा, “अधिक से अधिक भारतीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलेगा, जिससे भारतीय हॉकी टीमों के लिए एक बड़ा प्रतिभाशाली पूल तैयार होगा।”

सरदार सिंह, जो 21 वर्ष की आयु में भारतीय हॉकी टीम के सबसे युवा कप्तान बने थे, ने 2013 में दिल्ली वेवराइडर्स की ओर से HIL में खेलते हुए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब जीता था। उन्होंने लीग के हर संस्करण में हिस्सा लिया और जेमी ड्वायर और मोरित्ज़ फुर्स्टे जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए अनुभव हासिल किया।

“यह लीग युवा खिलाड़ियों के लिए सीखने का एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां उन्हें विभिन्न संस्कृतियों और मानसिकताओं से अवगत होने का अवसर मिलता है। इस तरह का सकारात्मक अनुभव किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए अमूल्य होता है,” सरदार सिंह ने कहा।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारतीय टीम के मौजूदा कप्तान हरमनप्रीत सिंह सहित कई प्रमुख खिलाड़ियों को HIL ने आगे बढ़ने का मौका दिया। हरमनप्रीत ने 2015 में HIL में खेलते हुए तेज़ी से विकास किया और अब भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।

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