बेंगलुरु
बारिश से बाधित टेस्ट मैच के चौथे दिन भारत की दूसरी पारी 462 रनों पर समाप्त हो गई, जिससे न्यूजीलैंड को 107 रनों का आसान लक्ष्य मिला है। चौथे दिन का खेल बारिश और खराब रोशनी के कारण जल्दी समाप्त हो गया, जिसके बाद कीवी टीम बिना किसी नुकसान के 0.4 ओवर में बिना रन बनाए पवेलियन लौटी।
भारत ने टी ब्रेक तक 438/6 के स्कोर पर बढ़त बनाए रखी थी, लेकिन दूसरी नई गेंद से न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने खेल का रुख बदल दिया। मैट हेनरी (3/102) और विलियम ओ’रॉर्क (3/92) की धारदार गेंदबाजी ने भारतीय पारी को धराशायी कर दिया, जिसमें भारत ने मात्र 54 रन जोड़ते हुए अपने आखिरी सात विकेट खो दिए।
सरफराज-पंत की संघर्षपूर्ण पारी:
सरफराज खान (150) और ऋषभ पंत (99) ने भारत की ओर से बेहतरीन संघर्ष किया। सरफराज ने अपने करियर का पहला शतक जमाया और पंत ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए महज एक रन से अपने सातवें टेस्ट शतक से चूक गए। दोनों के बीच 177 रनों की साझेदारी ने भारत की उम्मीदें जिंदा रखी थी, लेकिन पंत के आउट होते ही भारतीय पारी लड़खड़ा गई।
पंत, जो तीसरे दिन चोट के कारण मैदान पर नहीं उतर सके थे, चौथे दिन अपनी पुरानी शैली में नजर आए। उन्होंने अजाज पटेल और रचिन रविंद्र की गेंदों पर लगातार छक्के लगाए। हालांकि, 99 रन पर वे ओ’रॉर्क की गेंद पर बोल्ड हो गए, जो उनके टेस्ट करियर की 90 के स्कोर पर सातवीं बार आउट होने की घटना थी।
सरफराज का अद्भुत शतक:
सरफराज खान ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके 150 रन में 40 रन पॉइंट और थर्ड मैन के बीच से आए, जबकि स्पिनर्स के खिलाफ उन्होंने स्वीप शॉट का जमकर इस्तेमाल किया। उनकी यह पारी भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई उम्मीद बनकर सामने आई है।
न्यूजीलैंड जीत के करीब:
न्यूजीलैंड को अब इतिहास रचने के लिए सिर्फ 107 रन बनाने हैं। कीवी टीम ने आखिरी बार भारत में 1989 में टेस्ट मैच जीता था, जब महान गेंदबाज रिचर्ड हेडली ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 10 विकेट लेकर टीम को 136 रन से जीत दिलाई थी। टॉम लैथम की अगुवाई में यह टीम अब उसी इतिहास को दोहराने की कगार पर है।
संक्षिप्त स्कोर:
भारत: 46 और 462 रन (रोहित शर्मा 52, विराट कोहली 70, सरफराज खान 150, ऋषभ पंत 99; अजाज पटेल 2/100, विलियम ओ’रॉर्क 3/92, मैट हेनरी 3/102)।
न्यूजीलैंड: 402 और 0/0 (टॉम लैथम 0*, डेवोन कॉनवे 0*)