एडिलेड
ऑस्ट्रेलिया ने गुलाबी गेंद से अपने अजेय रिकॉर्ड को कायम रखते हुए भारत को एडिलेड ओवल में खेले गए दिन-रात्रि टेस्ट में मात्र ढाई दिन के भीतर 10 विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर कर लिया। यह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक का सबसे कम गेंदों में खत्म होने वाला टेस्ट मैच बन गया।
भारत की दूसरी पारी हुई धराशायी
128 रन पर 5 विकेट से आगे खेलते हुए भारत की दूसरी पारी मात्र 175 रन पर सिमट गई। नितीश कुमार रेड्डी (42) ने आक्रामक रुख अपनाकर टीम को लगातार दूसरी पारी में हारने से बचाने की कोशिश की, लेकिन अन्य बल्लेबाजों का सहयोग नहीं मिला।
ऑस्ट्रेलिया को मात्र 19 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उन्होंने 3.2 ओवर में बिना किसी नुकसान के हासिल कर लिया।
कंगारू गेंदबाजों का दबदबा
कप्तान पैट कमिंस ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लिए और भारत की बल्लेबाजी क्रम को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया। स्कॉट बोलैंड (3/51) और मिशेल स्टार्क (2/60) ने भी अहम भूमिका निभाई। ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी इतनी प्रभावी रही कि नाथन लायन और मिशेल मार्श जैसे खिलाड़ियों की ज्यादा जरूरत ही नहीं पड़ी।
भारतीय बल्लेबाजी फिर हुई नाकाम
भारत ने दोनों पारियों में कुल 81 ओवर ही खेले, जो टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से बेहद निराशाजनक प्रदर्शन है। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ी भी रंग में नजर नहीं आए।
रवींद्र अश्विन और हर्षित राणा जैसे निचले क्रम के बल्लेबाज भी गुलाबी कूकाबुरा गेंद का सामना नहीं कर सके। अश्विन को कमिंस की शॉर्ट पिच गेंद ने पवेलियन भेजा, जबकि राणा की पारी भी ज्यादा देर नहीं टिक सकी।
रेड्डी ने दिखाई उम्मीद की किरण
नितीश कुमार रेड्डी ने लगातार दूसरे मैच में साहसिक प्रदर्शन किया। हालांकि वे अर्धशतक नहीं बना सके, लेकिन उनकी 42 रनों की पारी ने टीम को शर्मनाक हार से थोड़ी राहत दी। रेड्डी ने अब तक 41, 37*, 42 और 42 रन बनाए हैं, जिससे उनकी तकनीक और मानसिक मजबूती का अंदाजा लगाया जा सकता है।