जमालपुर

नगर परिषद क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं की बदहाल स्थिति को लेकर वार्ड पार्षदों ने कड़ी नाराज़गी जाहिर की है। कार्यपालक पदाधिकारी श्री विजय शील गौतम की उदासीनता के चलते शहर में पानी, सड़क और सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बराट चौक पर वार्ड पार्षद साईं शंकर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई, जिसमें अन्य वार्ड पार्षदों ने भी अपनी समस्याओं को रखा।

बैठक में वार्ड पार्षद साईं शंकर ने कहा कि नगर परिषद के 36 में से केवल 22 वार्डों में जल आपूर्ति की जा रही है, लेकिन दूषित जल की समस्या बढ़ती जा रही है। साथ ही, कई वार्डों में पिछले 15 दिनों से जल आपूर्ति पूरी तरह से बंद है, जिससे वहां के नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से रेलवे लाइन के पश्चिमी हिस्से के वार्डों में जल संकट गहरा गया है।

इसके अलावा, शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। वार्ड पार्षद राकेश तिवारी और पंकू पासवान ने बताया कि शहर की सड़कों और नालों की सफाई महीनों से नहीं हुई है, जिसके चलते जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि आगामी दुर्गा पूजा और छठ पर्व के मद्देनज़र सड़कों की दुर्दशा पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मार्च महीने में स्वीकृत सड़कों के निर्माण का काम अब तक शुरू नहीं हुआ है।

बैठक में वार्ड पार्षदों ने यह भी बताया कि डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, क्योंकि कई क्षेत्रों में जलजमाव से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। शहर की कई स्ट्रीट लाइटें महीनों से खराब पड़ी हैं, जिससे रात के समय नागरिकों को असुविधा का सामना करना पड़ता है।

सभी वार्ड पार्षदों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि यदि अगले 48 घंटों में कार्यपालक पदाधिकारी ने इन समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आगामी 18 सितंबर को नगर परिषद बोर्ड की बैठक में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया जाएगा।

व्यवस्था सुधार की मांग नगर परिषद की इन लापरवाहियों को लेकर नागरिकों में भी आक्रोश है। आगामी त्योहारों के मद्देनज़र शहर की व्यवस्था सुधारने के लिए नागरिक भी प्रशासन से कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

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