रेल मंत्री के स्वागत को लेकर संघर्ष मोर्चा ने कसी कमर, मांगों पर गंभीर
जमालपुर।
जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने रेल मंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। मोर्चा ने तय किया है कि यदि उन्हें ज्ञापन सौंपने का उचित अवसर नहीं मिला, तो वे शांतिपूर्ण घेराव का रास्ता अपनाएंगे। गुरुवार को मारवाड़ी धर्मशाला में आयोजित बैठक में इस संबंध में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के संयोजक एवं सपा जिलाध्यक्ष पप्पू यादव ने की। संचालन जदयू के वरिष्ठ नेता एवं मोर्चा के सह-संयोजक कन्हैया सिंह ने किया। बैठक में 21 अप्रैल को रेल मंत्री के आगमन के मद्देनजर व्यापक रणनीति तैयार की गई।
पप्पू यादव ने बैठक में कहा कि मोर्चा वर्षों से जमालपुर रेल निर्माण कारखाना को निर्माण दर्जा दिलाने, कोच निर्माण कार्यभार सौंपने, पूर्व मध्य रेलवे में शामिल करने, डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड का दर्जा दिलाने, रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना तथा सफियावाद हाल्ट की पुनर्स्थापना जैसे मुद्दों पर संघर्ष करता रहा है। इसके अलावा रेलवे अस्पताल के आधुनिकीकरण, मंडल कार्यालय स्थापना तथा रेलवे की खाली जमीनों पर स्थानीय युवाओं के लिए स्टाल निर्माण जैसे मुद्दे भी मोर्चा की प्राथमिकताओं में शामिल हैं।
कन्हैया सिंह ने कहा कि मोर्चा शांतिपूर्ण ज्ञापन देने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन यदि प्रशासन संवाद स्थापित नहीं करता है, तो घेराव की तैयारी भी पूरी है।
मोर्चा के प्रवक्ता एवं बसपा के जिला प्रभारी कृष्णानंद राउत, मुंगेर विकास मंच के अध्यक्ष सुबोध तांती और लोहिया वाहिनी के प्रदेश महासचिव रविकांत झा ने संयुक्त बयान में कहा कि मोर्चा हमेशा रेल हित में सकारात्मक संघर्ष करता रहा है, लेकिन कुछ तत्व आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश करते हैं। ऐसे मौकापरस्तों को जनता के बीच बेनकाब किया जाएगा।
बैठक में पर्चा वितरण, जनसंपर्क अभियान चलाने तथा ज्ञापन सौंपने के साथ घेराव की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया।
बैठक में सीपीआई नेता विजय रजक, जाप के युवा जिलाध्यक्ष विपिन कुमार, युवा कांग्रेस के नेता अमित कश्यप, सपा के वरिष्ठ नेता मिथिलेश यादव, सुधीर प्रसाद, नकुल यादव, मनोज क्रांति, अमर शक्ति, डॉ. सुधीर गुप्ता, राजकुमार शर्मा, सत्यजीत पासवान, अशोक शर्मा, दिलीप राउत, चंदन साहू, प्रमोद ठाकुर, जॉनी पासवान समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।