पटना
बिहार की सियासी फिजाओं में एक बार फिर बदलाव की बयार बहने लगी है। प्रसिद्ध चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज पटना के वेटनरी ग्राउंड में अपनी नई पार्टी ‘जनसुराज’ की घोषणा की। हजारों की संख्या में जुटे समर्थकों के बीच पीके ने इस पार्टी का विधिवत ऐलान किया और जनता से समर्थन का आह्वान किया।
प्रशांत किशोर ने ‘जनसुराज’ पार्टी की नींव रखते हुए कहा कि यह पार्टी सिर्फ सत्ता में आने के लिए नहीं, बल्कि बिहार को एक नई दिशा देने के लिए बनाई गई है। पदयात्रा के माध्यम से पटना के शेखपुरा से वेटनरी ग्राउंड तक पहुंचे किशोर ने मंच से ‘जय बिहार’ का नारा बुलंद किया, जो पूरे मैदान में गूंज उठा।
‘शराबबंदी होगी पहला निशाना’
अपने संबोधन के दौरान प्रशांत किशोर ने बिहार की मौजूदा सरकार की शराबबंदी नीति पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो सबसे पहले शराबबंदी कानून को खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा, “बिहार को खिचड़ी और डिग्री की नहीं, बल्कि शिक्षा और रोजगार की जरूरत है। सरकार को शिक्षा पर ध्यान देना होगा, न कि शराबबंदी पर।”
किशोर ने यह भी कहा कि शराबबंदी के चलते राज्य को हर साल 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है, जो विकास कार्यों में इस्तेमाल किया जा सकता है।
‘जय बिहार’ से गूंजा मैदान
कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर ने ‘जय बिहार’ का नारा दिया और कहा कि बिहारियों को अपनी पहचान के लिए मजबूती से खड़ा होना चाहिए। उन्होंने कहा, “बिहार के छात्रों और युवाओं के साथ अन्य राज्यों में जो दुर्व्यवहार हो रहा है, वह अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी आवाज दिल्ली से लेकर चेन्नई और मुंबई तक गूंजनी चाहिए।”
प्रशांत किशोर की इस घोषणा ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘जनसुराज’ बिहार के सियासी पटल पर कितना प्रभाव छोड़ती है।