PM मोदी ने किया उद्घाटन, लोगों में खुशी की लहर
मधुबनी: झंझारपुर-लौकहा रेलमार्ग पर आठ वर्षों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार ट्रेन सेवा बहाल हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दरभंगा में एम्स शिलान्यास समारोह के दौरान झंझारपुर-लौकहा रेल सेवा को हरी झंडी दिखाकर जनता के लिए इसे फिर से खोल दिया। इस परियोजना की कुल लागत 523 करोड़ रुपये बताई जा रही है, जिससे क्षेत्र के लोगों में हर्ष और उत्साह का माहौल है।
स्थानीय स्टेशनों पर उमड़ी भीड़, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
ट्रेन की पहली सेवा देखने के लिए खुटौना और लौकहा रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। नवयुवकों से लेकर बुजुर्गों और बच्चों तक, सभी में खासा उत्साह देखा गया। टिकट काउंटरों पर लंबी कतारें लगीं और पुलिस द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की गई। रेलवे और स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए और यात्रियों को ट्रैक से दूर रहने की सख्त हिदायत दी, जिससे किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
रेल सेवा से आर्थिक गतिविधियों को मिलेगी नई गति
इस नए रेलमार्ग के पुनः संचालन से स्थानीय व्यापारियों और किसानों को परिवहन सुविधा का लाभ मिलेगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है। स्थानीय निवासियों ने इसे रोजगार और व्यवसाय के लिए एक सकारात्मक कदम माना है, जिससे आसपास के इलाकों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने भी दिखाया उत्साह
इस शुभ अवसर पर झंझारपुर रेलवे स्टेशन पर सांसद रामप्रीत मंडल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। लौकहा स्टेशन पर पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने ट्रेन का स्वागत किया और प्रधानमंत्री द्वारा इस सुविधा की पुनः शुरुआत को लेकर आभार जताया।
रेल यात्रा के प्रति लोगों का बढ़ता रुझान
रेलमार्ग के पुनः चालू होने से अब यहां के यात्रियों को आसपास के कस्बों और शहरों में आने-जाने में सहूलियत मिलेगी। इस अवसर पर कई बुजुर्ग लोगों ने कहा कि लंबे समय बाद रेल की आवाज सुनना उनके लिए एक खास अनुभव था। लोगों का मानना है कि इस रेल सेवा से क्षेत्र में पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय समुदाय को लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम ने झंझारपुर-लौकहा क्षेत्र में विकास की एक नई उम्मीद जगाई है, जिसे लेकर लोग अत्यंत उत्साहित हैं।