रांची, लोहरदगा, हजारीबाग और गोड्डा में छापेमारी से मचा हड़कंप

झारखंड पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने गुरुवार की रात 14 ठिकानों पर छापेमारी कर अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) के साथ जुड़े हुए स्लीपर सेल के आधे से ज्यादा सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी झारखंड के रांची, लोहरदगा, हजारीबाग और गोड्डा जिलों से की गई है।

सूत्रों के मुताबिक, राज्य में AQIS स्लीपर सेल की गतिविधियों की खुफिया जानकारी मिलने के बाद झारखंड एटीएस ने एक साथ कई स्थानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह पहला मौका है जब झारखंड में एटीएस ने किसी संदिग्ध आतंकी से हथियार बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि इन आतंकियों के पास से ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद हुए हैं।

सूत्रों के अनुसार, झारखंड पुलिस को खुफिया विभाग (आईबी) के साथ मिलकर सूचना मिली थी कि राज्य में अल-कायदा का एक बड़ा नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है। लोहरदगा जिले के कुडू थाना क्षेत्र के हेनजला में एटीएस टीम ने छापेमारी की, जहां से एक आतंकी को दो हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से पूछताछ जारी है और उम्मीद है कि एटीएस जल्द ही इस ऑपरेशन के बारे में और जानकारी देगी। हालांकि, अभी तक गिरफ्तारियों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

ज्ञात हो कि AQIS का संबंध अंसारुल्लाह बंगला टीम जैसे आतंकी संगठनों से है। AQIS, जो कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन अल-कायदा की एक शाखा है, 2014 में स्थापित हुआ था और यह अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, बर्मा और बांग्लादेश में सक्रिय है। इस संगठन का मकसद जिहाद के जरिए एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना है। झारखंड में AQIS से जुड़े ये लोग आतंक फैलाने, समान विचारधारा वाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए भर्ती करने का काम कर रहे थे। इनका अंतिम उद्देश्य भारत में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंकना और ‘गजवा-ए-हिंद’ को लागू करना है।

गिरफ्तार किए गए सभी संदिग्ध आतंकी इस एजेंडे को आगे बढ़ाने में शामिल थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *