पहले चरण के मतदान में 64.86% वोटिंग, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी लोकतंत्र के प्रति दिखा विश्वास
रांची: झारखंड विधानसभा के पहले चरण में मंगलवार को 43 सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें शाम 5 बजे तक 64.86% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान सबसे अधिक मतदान प्रतिशत खरसावां विधानसभा क्षेत्र में 77.32% दर्ज किया गया, जबकि बहरागोड़ा में 76.15%, लोहरदगा में 73.21%, पोतका में 72.29% और मंदार में 72.13% मतदान हुआ।
झारखंड की अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी, डॉ. नेहा अरोड़ा ने बताया कि सबसे कम मतदान प्रतिशत रांची विधानसभा क्षेत्र में 51.5% दर्ज किया गया। इसके बाद जमशेदपुर पश्चिम में 55.95%, जमशेदपुर पूर्व में 56.72%, हजारीबाग में 57.65% और कांके में 57.89% मतदान हुआ।
डॉ. अरोड़ा ने जानकारी दी कि मतदान के दौरान 179 बैलट यूनिट, 161 कंट्रोल यूनिट और 420 वीवीपैट बदले गए। उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न क्षेत्रों से आंकड़े आने के साथ ही मतदान प्रतिशत बढ़ने की संभावना है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी मतदान के प्रति लोगों का उत्साह देखने को मिला। मतदाताओं ने लोकतंत्र में विश्वास जताते हुए निडर होकर मतदान किया। पश्चिमी सिंहभूम के मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कोलबंगा और उत्क्रमित विद्यालय रबंगा के मतदान केंद्रों पर नक्सलियों ने बहिष्कार के पोस्टर लगाए थे, जिन्हें सुरक्षा बलों ने हटा दिया और वहां शांतिपूर्ण मतदान जारी रहा।
गुमला जिले के कुरुमगढ़ क्षेत्र के सात मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान हुआ। पहले यहां के लोग उग्रवाद के डर से मतदान नहीं कर पाते थे, लेकिन इस बार लोकतंत्र में विश्वास दिखाते हुए मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
बुद्धा पहाड़ क्षेत्र, जो नक्सलियों का गढ़ माना जाता है, वहां भी लोगों ने मतदान किया। जहां कभी माओवादी खतरों के चलते लोग घर से बाहर निकलने से डरते थे, वहां आज मतदाताओं ने अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का उपयोग उत्साह के साथ किया।