रांची
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने शुक्रवार को पूर्व मंत्री और AJSU पार्टी के उपाध्यक्ष उमाकांत राजक, भाजपा विधायक केदार हजरा और कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर आयोजित किया गया, जिसमें जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू, महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे।
उमाकांत राजक ने NDA द्वारा उन्हें टिकट न देने के कारण पार्टी बदलने का निर्णय लिया है। वे चंदनकियारी सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि केदार हजरा जमुआ सीट से जेएमएम का प्रतिनिधित्व करेंगे। राजक ने कहा कि उन्होंने हमेशा जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की है और उन्हें विश्वास है कि हेमंत सोरेन पूरे राज्य की आवाज बनकर उभरे हैं।
राजक ने कहा, “मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूँ और जेएमएम को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करूंगा।” उन्होंने आगामी चुनावों के माहौल में अपने जेएमएम में लौटने को घर वापस लौटने जैसा महसूस किया। उन्होंने झारखंड की आदिवासी समुदायों से अपील की कि वे सतर्क रहें और चेतावनी दी कि बाहरी नेता जाति और धर्म के आधार पर विभाजन को भड़काने का प्रयास कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, “हम हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हम जेल जाने से नहीं डरते और सभी प्रयास करेंगे कि अखिल भारतीय गठबंधन सफल हो।”
गौरतलब है कि NDA ने शुक्रवार को सीट बंटवारे की घोषणा की थी, जिसमें राजक की सीट भाजपा को दी गई है। इसी प्रकार, केदार हजरा को भी इस बार भाजपा टिकट मिलने की संभावना कम है।