जमालपुर
जमालपुर नगर परिषद ने शहर के पर्यावरण को स्वच्छ एवं संरक्षित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए जैव विविधता समिति गठित करने का प्रस्ताव पेश किया है। इस समिति का गठन नगर परिषद बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से 18 सितंबर 2024 को किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कार्यपालक पदाधिकारी विजयशील गौतम ने शहर के काली पहाड़ और उसके आसपास के क्षेत्र को जैव विविधता क्षेत्र घोषित करने की दिशा में कदम उठाने की जानकारी दी। उनका कहना था कि जैव विविधता क्षेत्र वह क्षेत्र होता है जहां विभिन्न प्रकार के पौधों, जीव-जन्तुओं, पक्षियों और सूक्ष्मजीवों का प्राकृतिक रूप से सह-अस्तित्व होता है।
समिति सात सदस्यों की होगी, जिसमें दो महिलाएं, एक अनुसूचित जाति और एक अनुसूचित जनजाति का प्रतिनिधि शामिल होगा। यह समिति न केवल नगर प्रशासन बल्कि समाज के बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से शहर के पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का प्रयास करेगी।
बैठक में वार्ड पार्षद साईं शंकर ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “यह कदम हमारे भविष्य के लिए एक स्वच्छ और सुंदर वातावरण तैयार करने में सहायक होगा। लेकिन पिछले 10-15 वर्षों में काली पहाड़ की तराई को कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया गया है, जिससे यहां का पर्यावरण बुरी तरह प्रभावित हुआ है।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि नगर परिषद को कचरा डंपिंग की समस्या को पहले सुलझाना चाहिए और इस क्षेत्र को पुनः हरा-भरा बनाने का प्रयास करना चाहिए।
अन्य वार्ड पार्षदों ने भी इस मुद्दे पर विचार व्यक्त किए और कहा कि पहले भी नगर परिषद ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सफाई जैसी कई समितियों का गठन किया था, जो कागजों तक ही सीमित रह गई। इस बार, जैव विविधता समिति को केवल कागजों में सीमित न रखने के लिए इसमें समाज के जागरूक नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाना चाहिए, ताकि यह पहल सफल हो सके।
नगर परिषद प्रशासन के इस कदम से जमालपुर का भविष्य स्वच्छ और हरा-भरा बनाने की उम्मीद जगी है।