जीता ब्रॉन्ज मेडल
अस्मिता खेलों इंडिया वूमेंस खो-खो लीग में बिहार की सब-जूनियर और जूनियर टीम को मिली ऐतिहासिक सफलता
मुंगेर। अस्मिता खेलों इंडिया वूमेंस खो-खो लीग इंटर जोन नेशनल चैंपियनशिप 2024 में मुंगेर की पांच बेटियों ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। यह गौरवमयी जीत बिहार की सब-जूनियर और जूनियर वूमेंस टीम के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है।
मुंगेर जिले से चयनित रिया रानी, सोनम कुमारी, रिया कुमारी, इशान्वी अनघ और गरिमा विश्वकर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन कर तीसरा स्थान हासिल किया। यह चैंपियनशिप बिहार स्टेट स्पोर्ट्स ऑथोरिटी और खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार के संयुक्त तत्वावधान में गोपालगंज जिला प्रशासन की देखरेख में आयोजित हुई थी।
ग्रामीण प्रतिभाओं का बढ़ा मान
इन खिलाड़ियों की सफलता मुंगेर जिले के लिए गर्व की बात है। सभी खिलाड़ी ग्रामीण इलाकों से आती हैं और संत मैरी इंग्लिश स्कूल, संग्रामपुर में पढ़ाई करती हैं। इनकी इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती।
हरिमोहन सिंह के नेतृत्व में सफलता का नया अध्याय
मुंगेर में खो-खो खेल को बढ़ावा देने का श्रेय अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी और मुख्यमंत्री अवॉर्डी हरिमोहन सिंह को जाता है। उनके नेतृत्व में जनकल्याण शिव शक्ति हरिमोहन फाउंडेशन और मुंगेर डिस्ट्रिक्ट खो-खो एसोसिएशन ने ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।
हरिमोहन सिंह ने बताया कि अब तक मुंगेर के 60 से अधिक खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर और 120 से अधिक खिलाड़ी राज्य स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह जीत खिलाड़ियों की मेहनत और उनके परिवारों के समर्थन का नतीजा है।
गणमान्य व्यक्तियों ने दी शुभकामनाएं
इन खिलाड़ियों की ऐतिहासिक जीत पर संत मैरी इंग्लिश स्कूल के प्रिंसिपल जिन्स के एलोशियस, डायरेक्टर रोज़मिन के वर्गीज, मुंगेर जिला खो-खो संघ के अध्यक्ष नीरज कुमार पप्पू, सचिव हरिमोहन सिंह समेत अन्य खेल संस्थाओं और जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने बधाई दी।
मुंगेर की पहचान बनी खो-खो का गढ़
मुंगेर के खो-खो खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर अपनी छाप छोड़ते हुए पूरे प्रदेश में जिले की अलग पहचान बनाई है। ग्रामीण प्रतिभाओं का यह सफर जारी रहे, इसके लिए जिले में खेल सुविधाओं के विस्तार की मांग भी तेज हो गई है।